
Rajasthan: राजस्थान के नागौर में रविवार (22 मार्च) को बिजली लाइन की चपेट में आने से 3 लोगों की मौत हो गई. बिजली विभाग की लापरवाही बड़ा हादसा हुआ है. मुंदियाड गांव में हुए हादसे में पीथाराम, कालूराम और जेठाराम की मौत हुई है. तीनों बाइक पर सवार होकर जा रहे थे. बाइक करंट के संपर्क में आते ही झुलस गए. करंट इतना तेज था कि तीनों की ही मौत हो गई. बाइक भी झुलस गई.
टूटे तार में दौड़ रहा था करंट
भावंडा एसएचओ मानवेंद्र सिंह ने बताया कि आज (23 मार्च) दोपहर करीब 12 नागौर के मुंदियाड़ निवासी पीथाराम देवासी, कालूराम देवासी व जेठाराम देवासी एक बाइक पर सवार होकर मुंदियाड़ से कड़लू जा रहे थे. रास्ते में 11 हजार केवी बिजली का तार टूटा हुआ था, उसके संपर्क में आते ही तीनों झुलस गए. टूटे हुए तार में करंट दौड़ रहा था.
आसपास के लोगों ने दी सूचना
आसपास के लोगों ने तुरंत बिजली विभाग को सूचना दी. सूचना के बाद सप्लाई बंद करवाई. तब तक तीनों की मौत हो चुकी थी. ग्रामीणों ने बिजली विभाग की लापरवाही को लेकर आक्रोश जताया है. ग्रामीण तीनों के शव घटनास्थल पर ही रखकर प्रशासन काे बुलाने की मांग पर अड़े हुए हैं.
नागौर संसदीय क्षेत्र की खींवसर विधानसभा के मूंदियाड़ गांव निवासी श्री पीथाराम देवासी,श्री कालूराम देवासी,श्री जेठाराम देवासी का मूंदियाड़ से कड़लू मार्ग पर विद्युत की हाइटेंशन लाइन की चपेट में आने से मृत्यु हो जाने का मामला अत्यंत दुःखद है,यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विद्युत लाइनों…
— HANUMAN BENIWAL (@hanumanbeniwal) March 23, 2025
बेनीवाल ने एईएन को निलंबित करने की मांग की
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने संवेदना जाहिर करते हुए बिजली विभाग के मूंडवा एईएन को निलंबित करने और प्रत्येक मृतक के आश्रितों को 15-15 लाख रुपवए मुआवजा देने की मांग की है. पूर्व सांसद डॉ. ज्योति मिर्धा ने भी शोक जताया है.
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