Rajasthan News: राजस्थान के कोटा में जवाहर नगर थाने से शराब की 70 बोतलें गायब होने का मामला सामने आने के बाद पुलिस महकमे में हलचल मची हुई है. एसपी अमृता दुहन ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए थाने के सब इंस्पेक्टर को नोटिस जारी कर दिया है, और उनसे इन बोतलों के गायब होने पर जवाब मांगा है. थाने के अंदर से गायब हुईं बोतलें इस वक्त पूरे जिले में चर्चा का विषय बनी हुई हैं. लोग पूछ रहे हैं कि पुलिस की निगरानी में थाने से बोतल कौन ले गया?
डीएसटी ने जब्त की थी बोतलें
कोटा में कुछ स्थानों पर अवैध शराब की बिक्री की जानकारी मिलने के बाद एसपी ने पुलिस की स्पेशल टीम को कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे. इसके बाद डीएसटी ने आरकेपुरम, जवाहरनगर, उद्योगनगर थाना क्षेत्रों में कार्रवाई की और शराब को जब्त करके थाना पुलिस के सुपुर्द कर दिया. डीएसटी द्वारा जिन थाना पुलिस को शराब की बोतलें दी गईं, सभी ने उस हिसाब से शराब की बोतलें जब्त की. उसके बाद मामले में मुकदमा भी दर्ज किया गया और जब्त की गई शराब की बोतलों को भी मुकदमों में इंगित किया गया.
70 बोतल और 5 हजार रुपये गायब
डीएसटी टीम ने जवाहरनगर थाना क्षेत्र में से बीयर और अंग्रेजी शराब की कुल 280 बोतल जब्त की थीं. इस कार्रवाई वाले दिन सब इंस्पेक्टर गोपाल के पास चार्ज था. डीएसटी द्वारा सभी बोतलें कार्रवाई के बाद ही जवाहरनगर पुलिस को सौंप दी गईं. मगर, जवाहरनगर पुलिस ने मुकदमे में जब्त बोतलों की संख्या कम दर्शायी. करीब 70 से ज्यादा बोतलों की हेराफेरी सामने आई. यही नहीं, डीएसटी द्वारा मौके से प्राप्त की गई रकम से भी करीब 5 हजार से ज्यादा रूप गायब थे.
किसी को बख्शा नहीं जाएगा
जैसे ही डीएसटी में शामिल मौजूद पुलिसकर्मियों को यह बात पता लगी तो उन्होंने इसकी शिकायत आला अफसरों कर दी. फिलहाल एसपी ने प्रथम दृष्टया दोषी मानते हुए थाने के सब इंस्पेक्टर गोपाल को 17 सीसी का नोटिस दिया है और इस मामले में अन्य पुलिसकर्मियों की भूमिका की भी जांच की जा रही है. इस पूरे मामले में एसपी अमृता दुहन का कहना है कि जांच में जिनके भी नाम सामने आएंगे किसी को बख्शा नहीं जाएगा.
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