
राजस्थान के हनुमानगढ़ ज़िले में 9 साल की एक बच्ची शनिवार, 16 अगस्त की शाम से लापता है. रविवार को पुलिस ने बच्ची का पता लगाने की कोशिश की लेकिन इसमें कामयाबी नहीं मिल पाई. बच्ची के लापता होने के एक दिन बाद भी कोई सुराग नहीं मिलने पर आशंकित परिजनों ने रोष जताया और सोमवार को चक्काजाम की घोषणा कर दी. नाबालिग बच्ची से जुड़ा मामला और इसे लेकर हंगामा होने की वजह से अब पुलिस अधीक्षक ने खुद मामला संभाला है और एसपी हरि शंकर की देखरेख में टाऊन पुलिस, जिला विशेष टीम और साइबर पुलिस सहित कई टीम बच्ची की बरामदगी के प्रयास में जुटी हुई हैृ.
मामा के घर जाने के लिए निकली थी बच्ची
हनुमानगढ़ की डीएसपी मीनाक्षी ने इस बारे में बताया कि शहर के बरकत कॉलोनी निवासी बच्ची के पिता ने थाने में अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत करवाई. इसमें पिता ने बताया कि उसकी 9 वर्षीय पुत्री घर से शनिवार की शाम करीब 6 बजे पड़ोस में रहने वाले मामा के घर जाने के लिए निकली थी. लेकिन मामा के घर पर नहीं होने के कारण बच्ची वापस अपने घर लौटने लगी. मगर वह अपने घर वापस नहीं पहुंची तथा सौ फुटा रोड पर कहीं गायब हो गई और काफी तलाश करने पर भी उसका कोई पता नहीं चला.
लापता बच्ची के परिजनों ने आशंका जताई कि शायद कोई अज्ञात व्यक्ति बहला-फुसलाकर बच्ची को ना ले गया हो. इसके बाद पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर इसकी जांच सहायक उपनिरीक्षक सत्यनारायण को सौंपी. लेकिन रविवार को पूरे दिन थानास्तर पर तलाश के बाद भी बच्ची का कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद देर रात डीएसपी मीनाक्षी और टाउन थाना प्रभारी सुभाष कच्छावा पीड़ित बच्ची के परिजनों से मिलने उनके घर पहुंचे और घटना के संबंध में सारी जानकारी जुटाई.
एसपी ने संभाली कमान
लेकिन देर शाम तक आसपास के सीसीटीवी वीडियो की पड़ताल और लोगों से पूछताछ के बाद भी कोई सुराग नहीं मिला. इसके बाद नाबालिग बच्ची से जुड़ा मामला होने के कारण पुलिस अधीक्षक हरि शंकर ने कमान संभाली और टाउन थाना, जिला विशेष टीम और साइबर एक्सपर्ट्स सहित कई टीमों को अलर्ट किया और सभी टीमें मिलकर बच्ची का सुराग जुटाने में लगी हुई हैं.