गुजरात के अहमदाबाद में पुलिस ने राजस्थान के एक पति-पत्नी को गिरफ्तार किया है. अहमदाबाद पुलिस को कमलेश बिश्नोई और उसकी पत्नी राजेश्वरी के बारे में खबर मिली थी कि ये पति-पत्नी ड्रग्स का धंधा करते हैं. इसके बाद पुलिस ने रविवार, 30 नवंबर को छापा मारा और दोनों को मादक पदार्थों के साथ गिरफ्तार किया.
अहमदाबाद सिटी क्राइम ब्रांच के अधिकारियों ने बताया कि क्राइम ब्रांच को राजस्थान के रहने वाले कमलेश बिश्नोई (28 वर्ष) और उसकी पत्नी राजेश्वरी (24 वर्ष) के बारे में पक्की जानकारी मिली थी. ये दोनों शहर के वडाज इलाके में अखबार नगर सर्कल के पास खाट कॉलोनी में रहते थे. पुलिस को मुखबिरों से जानकारी मिली थी कि ये दंपति अपने घर पर नशीले पदार्थ जमा करते थे और उन्हें बांटा करते थे.
વાડજ ખાતેથી દંપતિને મેફેડ્રોન (એમ.ડી) ડ્રગ્સ ૩૫૭ ગ્રામ ૭૫૦ મિ.ગ્રા. કિ.રૂ.૩૫,૭૭,૫૦૦/- સહીત કુલ કિ.રૂ.૩૬,૪૦,૮૦૦/-(છત્રીસ લાખ ચાલીસ હજાર આઠસો)ના મુદ્દામાલ સાથે ઝડપી પાડતી ક્રાઇમબ્રાન્ચ, અમદાવાદ શહેર pic.twitter.com/tFbBGRJeGJ
— CRIME BRANCH AHMEDABAD CITY (@CrimeAhmedabad) December 1, 2025
छापेमारी में मिला 35 लाख का ड्रग्स
क्राइम ब्रांच की टीम ने जानकारी मिलने के बाद पूरी तैयारी की और रविवार को छापा मारा. छापेमारी में उनके घर पर रखे एक कंटेनर और उनकी जेबों में पाउडर जैसी चीज़ें मिलीं. फोरेंसिक जांच में पता चला कि यह मेफेड्रोन (एमडी) है जो एक प्रतिबंधित ड्रग्स है. उनके पास से 357 ग्राम और 750 मिलीग्राम मेफेड्रोन ज़ब्त की गई. बरामद किए गए ड्रग्स की कीमत 35.77 लाख रुपए आंकी जा रही है.
अहमदाबाद सिटी क्राइम ब्रांच के एसीपी भरत पटेल ने संवाददाताओं को बताया,"ये दोनों राजस्थान में सांचौर के पास के एक गांव के रहनेवाले हैं. कमलेश पिछले चार साल से अहमदाबाद में काम कर रहा है. पिछले साल उसकी शादी के बाद उसकी पत्नी राजेश्वरी यहां आई."
देखें वीडियो:-
Ahmedabad, Gujarat: ACP Bharat Patel (Crime Branch) says, "For a long time, the Ahmedabad Crime Branch has been monitoring the illegal drug trade in Ahmedabad city. To take strict action against it and to apprehend all those involved, the Police Commissioner of Ahmedabad, the… pic.twitter.com/zHB6eY2nPM
— IANS (@ians_india) December 1, 2025
ममेरे भाई के कहने पर किया धंधा
एसीपी पटेल ने बताया कि राजेश्वरी को उसके ममेरे भाई सुभाष ने एमडी को अहमदाबाद ले जाने और उसका धंधा करने के बारे में बताया. उन्होंने कहा,"सुभाष भी सांचोर का रहनेवाला है और उसने कहा कि इस धंधे में काफी मुनाफा है. इसी सिलसिले में राजेश्वरी पिछले 5 महीने में सांचोर से 4-5 बार ड्रग्स लेकर आई और उसे लोकल पेडलर्स को दे दिया."
शुरुआती पूछताछ से पता चला है कि इस ड्रग्स का धंधा कई राज्यों में फैला हुआ था और इसका नेटवर्क गुजरात, राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक सक्रिय था. एसीपी पटेल ने कहा,"सुभाष लखनऊ से माल लेकर आता है, वहां से राजस्थान और फिर आगे अहमदाबाद तक लिंक बना हुआ था."
पुलिस ने बताया कि कमलेश और राजेश्वरी का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं है और उन्होंने ममेरे भाई सुभाष के कहने पर ही इस धंधे में हाथ डाला और फंस गए.
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