Air Pollution in Rajasthan Today: देश की राजधानी दिल्ली के साथ राजस्थान में भी प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंचने लगा है. सरहदी जिले श्रीगंगानगर में पिछले एक सप्ताह से आम लोग स्मॉग का कहर झेल रहे हैं. अगर एयर क्वालिटी इंडेक्स की बात करें तो यह 331 पर बना हुआ है. जोकि खतरनाक स्तिथि को दर्शाता है. आमजन को घर से बाहर निकलते समय मास्क पहनकर निकलने की सलाह दी गई है.
पराली जलाने से बढ़ रहा स्मोग
पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से राजधानी में प्रदूषण बढ़ता है. हर साल इस समय आमजन को इस समस्या से दो चार होना पड़ता है. मौसम विशेषज्ञों की मानें तो बरसात होने से प्रदूषण से राहत मिल सकती है. हालत यह है कि दिन भर आसमान में धुएं के गुबार छाए रहते हैं. और दिन में हल्का अंधेरा दिखने लगता है.
बढ़ने लगे अस्थमा के मरीज
जिला अस्पताल के पीएमओ डॉ. के. एस. कामरा ने बताया की स्मोग से आमजन को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. अस्थमा और एलेर्जी के मरीजों को इस समय विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. उन्होंने बताया की बढ़ते स्मोग के चलते अस्थमा के अटैक आने की संभावना बढ़ जाती है. डॉ. के. एस. कामरा ने बताया कि स्मोग के कारण फेफड़ों में सूजन की शिकायतें भी सामने आती है. इसके बचाव के लिए मुँह पर मास्क लगाकर निकलने की सलाह दी गयी है. उन्होंने कहा कि सांस की बीमारी वाले मरीजों को कम से कम बाहर निकलना चाहिए.
दिवाली के दिन बिगड़ेंगे हालात
विशेषज्ञों का कहना है कि दिवाली के बाद प्रदूषण का स्तर और भी बिगड़ सकता है. रविवार सुबह दिल्ली में प्रदूषण का स्तर 460 था. हालत यह है कि विजिबिलिटी कम हो रही है. और डॉक्टरों के पास खराश, खांसी और हवा की वजह से होने वाली बीमारियों के मरीज बढ़ने लगे हैं. इसका प्रभाव राजस्थान और दिल्ली NCR के बाकि के जिलों में भी देखने को मिल रहा है.