Ajmer Murder News: राजस्थान के अजमेर के एक युवक को अफ्रीका के कैमरून में बंधक बनाकर छत से नीचे फेंकने का मामला सामने आया है. यहां एक कंपनी मालिक के जरिए 6 मंजिला इमारत से कर्मचारी को नीचे फेंककर मारने की कोशिश की गई. जिसमें उसकी मौत हो गई.इसके मरने वाले युवक नरेश का पार्थिव शरीर शनिवार देर रात अफ्रीका से दिल्ली और दिल्ली से अजमेर लाया गया जिसके बाद परिजनों ने शव का पोस्टमार्टम कराने की मांग की. इसके लिए उन्होंने डीएम और पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सामने शव रखकर विरोध प्रदर्शन किया. मामले को गंभीरता से लेते हुए कुछ देर बाद कलेक्टर ने क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस को मृतक के शव का पोस्टमार्टम कराने के निर्देश दिए. इसके बाद पुलिस ने शव को जवाहरलाल नेहरू अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया.जहां आज यानि रविवार को मृतक का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
कंपनी मैनेजर और डायरेक्टर नरेश को कर रहे थे परेशान
मामले की जानकारी देते हुए मृतक नरेश की भाभी मोना ने बताया कि उसका देवर नरेश 23 दिसंबर 2023 को अफ्रीका के कैमरून स्थित हरिओम ट्रैवल्स में कंडक्टर की नौकरी के लिए गया था. शुरुआत में तो सब ठीक रहा, लेकिन अचानक 6 महीने बाद नरेश ने परिजनों को फोन कर बताया कि कंपनी मैनेजर अजय रोहरा और डायरेक्टर उसे प्रताड़ित कर रहे हैं. उन्होंने उसका पासपोर्ट भी छीन लिया. वे दोनों उस पर अफ्रीका के विभिन्न बाजारों में फंसी करीब दो करोड़ रुपये की कंपनी की रकम को वसूलने का दबाव बना रहे थे. इसके साथ ही दोनों उसे धमकी दे रहे थे कि अगर उसने ऐसा नहीं किया तो उसे भारत वापस नहीं भेजा जाएगा. इसके साथ ही उसे झूठे मामलों में फंसाकर जेल में डालने की भी लगातार धमकी दी जा रही थी.
मृतक नरेश का फोन छीना और मारपीट की
मृतक नरेश के भाई हर्ष ने बताया कि 11 जुलाई को मैनेजर और कंपनी के मालिक ने उसके भाई से फोन छीन लिया और 12 जुलाई को अचानक अफ्रीका से देव नाम के लड़के ने उसे फोन कर 2 करोड़ रुपए देने को कहा और न देने पर नरेश को जान से मारने की धमकी दी. इससे पहले कि वे कुछ समझ पाते, उन्हें नरेश की मौत की खबर मिली कि उसकी छह मंजिला इमारत से गिरकर मौत हो गई. इस सदमे से पूरा परिवार स्तब्ध रह गया.परिजनों ने जब फर्म मैनेजर अजय से फोन पर बात की तो उन्होंने भी नरेश की मौत की पुष्टि की.
कार्रवाई नहीं करने का लिखवाया शपथ पत्र
मृतक के परिजनों ने बताया कि मैनेजर और कंपनी मालिक ने परिवार को किसी तरह की रिपोर्ट दर्ज नहीं कराने की धमकी दी थी. उन्होंने इसके लिए उनसे एक हलफनामा लिखवाया था. इसमें लिखा था कि फर्म के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी और न ही पुलिस में कोई मामला दर्ज कराया जाएगा. इसके अलावा हलफनामे पर हस्ताक्षर करवाते समय कंपनी मालिक ने यह भी कहा कि अगर वे हस्ताक्षर नहीं करेंगे तो वह नरेश के शव को भारत नहीं भेजेंगे और अफ्रीका में ही उसका शव दफना देंगे।. इसके बाद परिवार ने नरेश का शव लेने के लिए शपथ पत्र पर हस्ताक्षर किए.