Rajasthan: समाज कल्याण विभाग के सहायक निदेशक मोहम्मद अशफाक खान को एपीओ कर दिया गया है. उन्हें जयपुर मुख्यालय भेज दिया है. वे ट्रांसफर होकर डूंगरपुर आए थे. अशफाक खान के वसुंधरा विहार कॉलोनी के गर्ल्स हॉस्टल में ठहरा हुआ था. इसकी सूचना एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा को मिली. 22 जनवरी की आधी रात को एबीवीपी के पदाधिकारी गर्ल्स हॉस्टल पहुंचे. एक कमरे में सहायक निदेशक मोहम्मद अशफाक खान ठहरे हुए मिले. वे 3 दिन से इसी हॉस्टल में रुके हुए थे. जिस पर एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने आपत्ति जताई. कलेक्टर के आदेश के बाद सहायक निदेशक अशफाक खान को हॉस्टल से हटा दिया गया था.
अधिकारिता विभाग जयपुर कर दिया
मामले में सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अतिरिक्त निदेशक केसरलाल मीणा ने कार्रवाई की. सहायक निदेशक मोहम्मद अशफाक खान को आदेश की प्रतीक्षा में भेज दिया है. उन्हें निदेशालय समाज कल्याण एवं अधिकारिता विभाग जयपुर कर दिया है.
हॉस्टल में 40 एसटी छात्राएं रहती हैं
एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा ने बताया कि शहर के वसुंधरा विहार स्थित समाज कल्याण विभाग के सावित्री बाई फूले गर्ल्स हॉस्टल में किसी अधिकारी के अवैध रूप के रुकने की शिकायत मिली थी. हॉस्टल में 40 एसटी छात्राएं रहकर पढ़ाई करती हैं. उनके साथ ही एबीवीपी के जिला संगठन मंत्री रामकृष्ण मेहता, जिला संयोजक महिपाल गमेती, जनजाति प्रमुख राजेंद्र खराड़ी ओर संजय खराड़ी आधी रात को हॉस्टल पहुंचे. पुलिस को सूचना दी और आधी रात को ही उन्हें हॉस्टल से जाना पड़ा.
हॉस्टल में महिला पुलिसकर्मी तैनात
अधिकारी के अवैध रूप से गर्ल्स हॉस्टल में ठहरने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग रखी थी. एबीवीपी के राष्ट्रीय सदस्य हर्षित ननोमा ने बताया कि हॉस्टल में छात्राएं रहती हैं. ऐसे में राज्यपाल और सरकार के सख्त आदेश है कि किसी भी गर्ल्स हॉस्टल में कोई पुरुष अधिकारी रात के समय नहीं रह सकता है. इसके बावजूद समाज कल्याण अधिकारी शहर में 2 बॉयज हॉस्टल को छोड़कर गर्ल्स हॉस्टल में ही रुके हुए थे.
वार्डन के मना करने के बाद भी नहीं माना अधिकारी
हॉस्टल वार्डन शारदा आहारी ने बताया कि उन्होंने अधिकारी को मना किया था जिस पर अधिकारी ने कहा आज की रात मैं रुकूंगा, और कल कहीं और पर रूम लेकर रुकूंगा.
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