बांसवाड़ा में सरकारी हॉस्पिटल में 3 महीने से सैलेरी नहीं मिलने के चलते सिक्योरिटी गार्ड ने सुसाइड करने की कोशिश की. घरेलू ख़र्चों में दिक्कत और पत्नी से विवाद के बाद मणिलाल ने फांसी लगाकर जान लेने की कोशिश की. गनीमत रही कि युवक की मां ने वक्त रहते रस्सी काटकर जान बचा ली. सदर थाना क्षेत्र स्थित जानामेडी गांव में शुक्रवार (14 नवंबर) देर रात मामला सामने आया. बताया जा रहा है कि बकाया पेमेंट के बाद घर की जरूरतों के लिए पैसे नहीं होने के कारण पति-पत्नी के बीच विवाद काफी बढ़ गया था.
मां ने रस्सी काटकर बचाया
मणिलाल के अनुसार, उसे करीब तीन माह से वेतन नहीं मिला, जिसके कारण घर खर्च चलाना मुश्किल हो गया था. पत्नी द्वारा बार-बार पैसे मांगने और आर्थिक तंगी से परेशान होकर उसने गुस्से में फांसी लगाने का कदम उठा लिया. घटना के समय युवक की मां मौजूद थी, जिसने समय रहते रस्सी काटकर अपने बेटे की जान बचा ली. परिजन तुरंत उसे एमजी अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां प्राथमिक उपचार के बाद मणिलाल को वार्ड में भर्ती कर लिया गया है.
मानसिक तनाव से गुजर रहा है मरीज
फिलहाल मरीज की स्थिति अब स्थिर बताई जा रही है, लेकिन मानसिक तनाव अभी भी बना हुआ है. घटना की जानकारी सदर थाना पुलिस को दे दी गई है, जो मामले की जांच कर रही है. यह घटना अस्पताल स्टाफ के समय पर पेमेंट नहीं मिलने के गंभीर मुद्दे को भी उजागर करती है, जिसके कारण कई परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं.
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