
Rajasthan News: जैसलमेर के बासनपीर गांव में रियासतकालीन छतरियों के पुनर्निर्माण को लेकर दो पक्षों के बीच तनाव भड़क उठा. बीते दिनों छतरी निर्माण के दौरान एक पक्ष ने निर्माण कार्य में शामिल लोगों और पुलिस पर पथराव कर दिया. इस घटना ने इलाके में सांप्रदायिक तनाव देखने को मिला. हालात बिगड़ते देख भारी पुलिस बल तैनात किया गया. पोकरण विधायक महंत प्रताप पूरी, जैसलमेर विधायक छोटू सिंह भाटी और भाजपा नेताओं ने घटनास्थल पर पहुंचकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की. महंत प्रताप पूरी ने निर्माण पूरा होने तक वहीं डेरा डालने का ऐलान किया था.
कांग्रेस का पलटवार- विवादित बयान से बढ़ा तनाव
इस मामले में कांग्रेस नेता हरीश चौधरी ने महंत प्रताप पूरी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया. उन्होंने बाड़मेर से सैकड़ों गाड़ियों के काफिले के साथ बासनपीर पहुंचकर गांधी रामधुन और सर्वधर्म प्रार्थना सभा आयोजित करने की योजना बनाई. मगर पुलिस ने बाड़मेर-जैसलमेर सीमा पर काफिले को रोक दिया. इसके बाद कांग्रेस नेताओं ने सीमा पर ही सर्वधर्म सभा की और भाजपा पर जमकर निशाना साधा. इस दौरान जैसलमेर के पूर्व विधायक गोवर्धनदास कल्ला के बेटे राधेश्याम कल्ला ने महंत प्रताप पूरी के खिलाफ विवादित बयान दिया, जिसने विवाद को और हवा दी.
संत और हिंदू समाज का विरोध
राधेश्याम कल्ला के बयान से नाराज संत समाज और हिंदू संगठनों ने बाड़मेर में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. मुख्य बाजार से आक्रोश रैली निकाली गई और जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई. रैली में बाड़मेर मठ के महंत खुशाल गिरी, चौहटन मठ के महंत जगदीश पूरी सहित कई संत और भाजपा नेता शामिल रहे. हिंदू समाज ने इसे अपनी आस्था और सम्मान पर हमला बताया.
ये भी पढ़ें- जैसलमेर में गरमाया 1835 में बनी छतरियों का विवाद, जमकर हुई पत्थबाजी, 20 महिलाएं डिटेन