
Rajasthan News: लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस एक्टिव हो चुकी है और प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में कार्यकर्ताओं के साथ संवाद सम्मेलन का आयोजन कर रही है. गत दिवस नागौर में कांग्रेस का कार्यकर्ता संवाद सम्मेलन आयोजित हुआ, जिसमें कांग्रेस के राजस्थान प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा ने भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने पर विवादित टिप्पणी कर दी.
'मरे हुए को दिया जाता है भारत रत्न'
रंधावा ने कहा, 'बीजेपी वालों को राम मंदिर से इतना ही लगाव था तो राम मंदिर के लिए पूरे देश में रथ यात्रा निकालने वाले लालकृष्ण आडवाणी को प्राण प्रतिष्ठा में भी लेकर जाते. अब कह रहे हैं कि आडवाणी को भारत रत्न दे दो, यह तो मरे हुए को दिया जाता है.' रंधावा ने आगे कहा, 'हमारे गुरु ग्रंथ साहिब में राम और अल्लाह का कई बार नाम आया है. राम हमारे और हिंदुस्तानियों के दिलों और जुबान में है. वाहेगुरु, राम और रहीम सब एक है. फिर यह राम को अलग कैसे कर सकते हैं.' रंधावा के इस बयान के बाद भाजपा के नेता राजेंद्र सिंह राठौड़ ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बताया है.
'नेहरू-इंदिरा के इतिहास को कैसे भूल गए'
उन्होंने एक्स पर लिखा, 'कांग्रेस प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने लालकृष्ण आडवाणी को भारत रत्न दिए जाने की घोषणा पर जो विवादित टिप्पणी की है, वह अत्यंत दुर्भाग्यजनक एवं शर्मनाक है.' उन्होंने आगे लिखा. 'रंधावा जी, जवाहरलाल नेहरू और इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री पद पर रहते हुए खुद को ही भारत रत्न से सम्मानित करने का जो अनूठा कीर्तिमान रचा था, तब तो वह जीवित थे ना? क्या इसमें कोई संदेह है आपको? आप नेहरू और इंदिरा गांधी के इतिहास को कैसे भूल गए. खुद को खुद द्वारा ही भारत रत्न देना कांग्रेस राज में ही संभव था, जो अब समाप्त हो गया है. देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न को लेकर ऐसी टिप्पणी कांग्रेस पार्टी के गिरते स्तर और घटिया मानसिकता को प्रदर्शित करती है.'
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