Rajasthan News: भरतपुर में जिला कलेक्ट्रेट के सामने बने कई घरों को तोड़ा जाएगा. इसके लिए घर को खाली करने के निर्देश देने शुरू कर दिए. सोमवार को जब नगर विकास न्यास के कर्मचारी घर खाली करने के लिए नोटिस देने पहुंचे तो घरों में रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया. लोगों का कहना है कि वे 60-70 साल से यहां पर रह रहे हैं. नगर निगम की ओर से कई लोगों को पट्टे भी दिए जा चुके हैं. इसके अलावा प्रधानमंत्री आवास योजना में पक्का घर बनाने के लिए भी सहायता दी गई है. फिर खाली करने का नोटिस कैसे दिया गया है.
कर्मचारियों ने घरों पर लगाया लाल निशान
वहीं, घर खाली करने के लिए नोटिस देने आए कर्मचारियों ने लाल निशान लगाने के बाद कहा कि जिला कलेक्ट्रेट की रोड के 36 मीटर की दूरी का क्षेत्र सरकार का है. जिस पर बने निर्माणों को तोड़ा जाएगा. लोगों द्वारा सवाल करने पर नोटिस देने आए कर्मचारियों ने बताया कि उन्हें तो आदेश मिले हैं कि लोगों के घरों पर निशान लगाए और घर खाली करने को बोल दें. घर पर लाल निशान लगने के बाद परिवार वालों में हड़कंप मच गया है. कर्मचारियों से कहा कि यहां करीब 50 वर्षों से रह रहे हैं, उनके पटटे भी मिल चुके हैं. ऐसे में उनको यहां से कैसे हटाने को सोचा जा सकता है.
लोग बोले- सरकार आदेश समझ से परे
लोगों की भीड़ देख दोनों कर्मचारी अपने अफसरों तक लोगों की बात पहुंचाने को कहकर वहां से निकल गए. कलेक्ट्रेट के सामने बने घरों में रहने वाले कई परिवार के लोगों का कहना था कि यहां करीब 50 वर्षों से रह रहे हैं. उन्हें नगर निगम से पटटे भी मिल चुके हैं. इसी क्षेत्र में एक काफी पुराना गुरूद्वारा भी बना हुआ है. उसे भी हटाने के निर्देश इन कर्मचारियों के द्वारा वहां रह रहे लोगों को दिए गए गए. प्रधानमंत्री आवास योजना में घर पक्का बनाने के लिए सहायता भी मिली है, लेकिन अब सरकार का नया आदेश उनकी समझ से परे है.
फुटपाथ पर कुछ लोगों ने किया कब्जा- UIT सचिव
भरतपुर नगर विकास न्यास (UIT) के सचिव ऋषभ मंडल ने बताया कि जिला कलेक्टर कार्यालय के सामने फुटपाथ पर कुछ लोगों ने कब्जा कर टीन सेट डालकर मकान बना लिए हैं. जिन लोगों ने कब्जा किया है, उन्हें विभाग की ओर से नोटिस दिया गया है और कहा गया है कि इनको खाली कर दें. वरना खुद प्रशासन के द्वारा कब्जे को हटाया जाएगा. इस कब्जे को मुक्त करने के पीछे उद्देश्य फुटपाथ पर पेड़ पौधे लगाकर सुंदर बनाना है.
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