Bharatpur bribery case: भरतपुर के कोतवाली थाना क्षेत्र भ्रष्टाचार के आरोपों से घिर गया है. बयाना थाने के एक हैड कांस्टेबल पर मजदूर परिवार से रिश्वत लेने के आरोप लगा है. आरोप है कि पूछताछ के बहाने 3 हजार रुपए वसूल लिए और फिर छोड़ दिया. पीड़ित ने अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) बयाना को लिखित शिकायत देकर दोषी पुलिसकर्मी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. बयाना थाना क्षेत्र के भीतरवाड़ी पक्की अथांई निवासी बिजेंद्र सिंह ने शिकायत दी. पीड़ित ने बताया कि करीब 2 महीने पहले पारिवारिक विवाद के चलते उसके भाई ने न्यायालय के माध्यम से उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. इसी मामले में शुक्रवार को हेड कांस्टेबल मुकट सिंह उसके घर पहुंचे और पूछताछ के बहाने उसे थाने ले गए. इसके बाद रिश्वत की डिमांड की गई.
पीड़ित ने उधार लेकर दी रिश्वत
जानकारी के मुताबिक, किसी तरह की पूछताछ किए बिना ही मुकट सिंह ने मामले में राहत दिलाने के लिए 10 हजार रुपए देने होंगे. जब उसके बेटे ने आर्थिक तंगी का हवाला देते हुए इतनी बड़ी रकम देने से असमर्थता जताई तो हेड कांस्टेबल ने 3 हजार रुपए में मामला निपटाना तय किया और पीड़ित ने किसी तरह उधार लेकर रिश्वत दी.
ग्रामीण बोले- थाने में वसूली आम हो गई
इस प्रकरण ने पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. ग्रामीणों का कहना है कि गरीबों से वसूली थानों में आम बात बन चुकी है, लेकिन शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं होती. उन्होंने मांग की है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) से जांच कर दोषी पुलिसकर्मी को निलंबित किया जाए और उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए.
एएसपी ने थाना प्रभारी से मांगी रिपोर्ट
इस मामले के सामने आने के बाद एडिशनल एसपी हरिराम कुमावत ने बताया कि मामले में थाना प्रभारी से तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी गई है. रिपोर्ट के आधार पर आरोपों की जांच की जाएगी और दोषी पाए जाने पर संबंधित पुलिसकर्मी के खिलाफ नियमानुसार विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी.
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