Bhilwara Bhatti Gangrape Case: राजस्थान के भीलवाड़ा के कोटड़ी में 2 अगस्त 2023 को एक नबालिग के साथ हुए गैंग रेप और उसके बाद उसे जिंदा कोयले की भट्टी में झोंकने के मामले में सड़कों पर समूचा प्रदेश उतर आया था. इस मामले ने राजनीतिक गलियारों में भी खूब हलचल मचाई थी. जिसके बाद नाबालिग को न्याय दिलाने के पुलिस ने एड़ी चोटी का जोर लगाते हुए 30 दिन के अंदर 473 पन्नों की चार्जशीट को भालवाड़ा की पोस्को अदालत म-2 में पेश किया था. करीब 10 महीने बाद शनिवार को इस मामले पर न्याय हुआ मुख्य आरोपियों को सजा देते हुए कोर्ट ने फैसले को सुरक्षित रख लिया था. जिसपर सोमवार यानी आज सजा सुनाई जाएगी.
बता दें कि कोर्ट में सुनवाई के दौरान नाबालिग के साथ हुए इस बर्बरतापूर्ण अपराध को जघन्यतम अपराधों की श्रेणी में माना गया था. इसी मामले पर शनिवार को भीलवाड़ा पॉक्सो कोर्ट संख्या-2 पकड़ें गए सभी 11 में से 2 मुख्य आरोपियों पर फैसला सुरक्षित रखा था बाकि 9 को कोर्ट ने रिहा कर दिया हैं..
कालू और कान्हा को माना है मुख्य दोषी
राजस्थान सरकार की ओर से इस मामले में पीड़ित पक्ष की ओर से पैरवी विशेष लोक अभियोजक महावीर सिंह किशनावत ने की थी. स्पेशल पीपी किशनावत ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया था कि कालू और कान्हा दो सगे भाई है . ये कालबेलिया जाति के है. उन्हें कोर्ट ने इस मामले में मुख्य दोषी माना है. दोनों मुलजिमों के खिलाफ सजा के बिंदु पर सोमवार को सुनवाई
क्या था मामला
मामला 2 अगस्त को भीलवाड़ा के कोटड़ी के शाहपुरा इलाके का था, जिसमें एक नाबालिग के साथ कालबेलिया जाति के दो लड़के कालू और कान्हा ने उसके साथ दरिंदगी की घटना को अंजाम दिया था. तथा बच्ची को अछेत करने के लिए उसके सर पर लाठी मारकर उसे बेहोश करने के बाद जिंदा कोयले की भट्टी में झोंक दिया था. मां बाप के जरिए बच्ची को ढूंढने पर बारिश में भट्टी से धुआ उठनती हुआ दिखाई दिया था. जिसपर अनहोनी होने का आभास हुआ,पास जाकर भट्टी में देखा तो सबी के होश उड़ गए. भट्टी के पास लड़की के कपड़े , चप्पल और कड़े पाए गए. साथ ही भट्टी में झांकर देखा तो उसमें से कुछ हड्डियां भी मिली थी.