भीलवाड़ा में दर्दनाक हादसाः भाई को बचाने के लिए बहन ने लगाई तालाब में छलांग, दोनों की मौत

मवेशियों को पानी पिलाने के लिए रतन कुमावत तालाब के पास गया. जहां उसका पैर फिसल गया और वह तालाब में गिर गया. रतन को डूबते हुए देखा तो प्रियंका ने भाई को बचाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद प्रियंका ने भी पानी में छलांग लगा दी. 

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Rajasthan News: राजस्थान के भीलवाड़ा जिले से बहन- भाई के प्यार के दर्दनाक अंत की कहानी मंगलवार का सामने आई. यहां तालाब में डूबते भाई को बचाने के लिए बहन ने पानी में छंलाग लगा दी.  इसके बाद भाई को बचाने तालाब में कूदी बहन की भी डूबने से मौत हो गई. भाई-बहन की मौत की खबर के बाद गांव में शोक की लहर छा गई. सरपंच प्रतिनिधि राजू लाल गुर्जर ने जानकारी देते हुए बताया कि 3 साल पहले इनके पिताजी की मौत हो गई थी. घटना भीलवाड़ा जिले के आसींद उपखण्ड की करजालिया पंचायत मुख्यालय के नारायणपुरा गांव की है. 

भाई को बचाने कूदी थी बहन 

आसींद पुलिस के अनुसार, मृतक के बड़े पिताजी सीताराम कुमावत ने थाने में रिपोर्ट दी है. रिपोर्ट में उन्होंने बताया कि मेरी भतीजी और भतीजा रतनलाल कुमावत 20 वर्षीय, प्रियंका कुमावत 22 वर्षीय मंगलवार को लगभग 10 बजे मवेशियों को लेकर खेत पर गए थे. इसके थोड़ी देर बाद मवेशियों को पानी पिलाने के लिए रतन कुमावत तालाब के पास गया. जहां उसका पैर फिसल गया और वह तालाब में गिर गया. रतन को डूबते हुए देखा तो प्रियंका ने भाई को बचाने का प्रयास किया लेकिन बात नहीं बनी. इसके बाद प्रियंका ने भी पानी में छलांग लगा दी. 

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गांव वालों ने निकाल शवों को बाहर 

प्रियंका रतन को नहीं बचा सकी बल्कि खुद भी पानी में डूब गई. दोनों भाई- बहन गहरे पानी में चले गए. पास ही खेत पर काम कर रहे गांव वाले महावीर गुर्जर सहित अन्य लोनों ने दौड़कर बड़ी मशक्कत के बाद दोनों के शव को बाहर निकाला. इस घटना के बाद आसींद पुलिस को सूचना दी गई. पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों के शवों को आसींद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया. इस घटना से गांव में कोहराम मच गया.

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