
Bikaner News: राजस्थान में बीकानेर जिले के श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में मूंगफली की तुलाई को लेकर किसानों में गहरा आक्रोश है. उचित तुलाई व्यवस्था की मांग को लेकर किसानों ने शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-11 को दो घंटे तक जाम रखा. इस प्रदर्शन के कारण यातायात प्रभावित हुआ और प्रशासन के लिए स्थिति को संभालना चुनौतीपूर्ण हो गया. किसानों की मुख्य मांग थी कि नापासर और लूणकरणसर में नए तुलाई केंद्र खोले जाएं, ताकि उन्हें अपनी फसल बेचने में कोई परेशानी न हो.
किसानों का आक्रोश और हाईवे जाम
मूंगफली की तुलाई में अनियमितता, देरी और तुलाई केंद्रों की कम संख्या के कारण किसानों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. उनकी शिकायत थी कि मौजूदा तुलाई केंद्रों पर अत्यधिक भीड़ के कारण उनका समय और श्रम बर्बाद हो रहा था. इस समस्या के समाधान के लिए गुस्साए किसानों ने नेशनल हाईवे-11 पर जाम लगा दिया. इस विरोध प्रदर्शन के कारण यातायात बाधित हो गया, जिससे राहगीरों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा. प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए किसानों से बातचीत करने की कोशिश की, लेकिन ये वार्ता विफल रही. किसानों ने कहा कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं, वे अपना आंदोलन जारी रखेंगे.
एसडीएम की कोशिशों से खुला हाईवे
श्रीडूंगरगढ़ उपखंड अधिकारी (एसडीएम) ने भी मामले को सुलझाने के लिए हस्तक्षेप किया. जिसके बाद किसान हाईवे से हटने को राजी हुए. प्रशासन ने भी आश्वासन दिया कि उनकी मांगों पर विचार किया जाएगा, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने दो घंटे बाद जाम हटा लिया. हालांकि किसानों ने चेतावनी दी कि अगर जल्द ही समाधान नहीं निकला तो वे दोबारा प्रदर्शन करेंगे और हाईवे जाम करेंगे.
किसानों का अल्टीमेटम और कांग्रेस की चेतावनी
शुरुआती दौर की बातचीत विफल होने के बाद किसानों ने प्रशासन को दो घंटे का अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने साफ कर दिया है कि अगर इस अवधि में कोई ठोस फैसला नहीं लिया गया तो वे फिर से हाईवे जाम कर देंगे. कांग्रेस नेता हेतराम जाखड़ ने भी उनके आंदोलन का समर्थन करते हुए चेतावनी दी कि अगर जल्द ही किसानों की मांगें नहीं मानी गईं तो आंदोलन और उग्र होगा.
अस्थायी तुलाई केन्द्रों की स्थापना
हालात बेकाबू होने से पहले प्रशासन ने इस दिशा में कदम उठाए हैं. जिसमें नापासर और लूणकरणसर में अस्थाई तौल केंद्र खोलने का निर्णय लिया है. इससे किसानों को राहत मिलेगी और उनकी मूंगफली की तौल सुचारू रूप से हो सकेगी.
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