
Rajasthan: बारां-किशनगंज विधानसभा के विधायक ललित मीणा ने नंगे पैर बारिश से प्रभावित गांवों का दौरा किया. कीचड़ से उनके पैर सन गए. बारिश से प्रभावित गांवों ख्यावदा, खलदा, खल्दी, छतरगंज और नाहरगढ़ क्षेत्र के दर्जन भर गांवों का दौरा किया. विधायक ने नुकसान का जायजा लेकर सर्वे के निर्देश दिए. उनके ग्रामीण भी नंगे पैर दिखे. ललित मीणा राजस्थान के किशनगंज से बीजेपी विधायक हैं.
बारिश से कई गांवों पानी भरा
बारां में हुई भारी बारिश का सबसे ज्यादा असर किशनगंज विधानसभा क्षेत्र में ही हुआ है. यहां कई गांवों में जलभराव हो जाने के चलते लोगों का रखा अनाज और फसलें भीग कर खराब हो गई हैं. कई जगहों पर सड़कों पुलिया के टूटने से गांवों का संपर्क टूट गया है. किशनगंज विधायक ललित मीणा प्रभावित गांवों में पहुंचे. इस दौरान विधायक की चप्पलें फिसलने लगीं, तो वो चप्पलों को खोल नंगे पैर ही गांव की सड़कों पर घूमते नजर आए. इस दौरान उन्होंने लोगों से बातचीत कर उनको हुए नुकसान का जायजा लिया. उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों से बातचीत कर नुकसान का तुंरत सर्वे करने के निर्देश दिए.
कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए
बारां जिले में बीते कुछ दिनों से लगातार हो रही भारी बारिश के चलते कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. प्रमुख नदियां और तालाब उफान पर हैं. वहीं कई नाले ओवरफ्लो होने से सड़कें जलमग्न हो गई हैं. ऐसे में जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क नजर आ रहा है.ग्राम पंचायत ख्यावदा की सीमा पर स्थित ग्राम पीतामपुरा व रामपुरा के मध्य चारागाह भूमि पर रुके हुए पाली, ब्यावर, अजमेर, भीलवाड़ा व प्रतापगढ़ जिलों से आए भेड़पालक पार्वती नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण नदी के टापू में फंस गए थे. तत्काल एसडीआरएफ टीम को मौके पर भेजा गया. अतिरिक्त जिला कलेक्टर शाहाबाद, तहसील प्रशासन और जिला अधिकारी बारां से मौके पर पहुंचे. दैगनी पुलिया के रास्ते से प्रशासनिक टीम वहां पहुंची, जहां 21 पुरुष, 8 महिलाएं और बच्चे, कुल 29 लोग, 2450 भेड़, 31 ऊंट, 1 खच्चर, 9 कुत्ते फंसे हुए थे.
सभी को सकुशल किया गया रेस्क्यू
एसडीआरएफ और स्थानीय लोगों की मदद से सभी को सुरक्षित बाहर निकाला गया और ग्राम रामपुरा सुंडा के प्राथमिक विद्यालय में शिफ्ट किया गया. ग्राम पंचायत की ओर से भोजन व पानी की व्यवस्था भी करवाई गई. राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई. जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक स्वयं मौके पर उपस्थित रहकर पूरी रेस्क्यू कार्रवाई की निगरानी करते रहे. प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि वे जलमग्न क्षेत्रों से दूर रहें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें.
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