
Rajasthan Election News: राजस्थान भाजपा का इकलौता बड़ा मुस्लिम चेहरा रहे पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री यूनुस खान (Yunus Khan) का भाजपा ने टिकट काट दिया है. यूनुस खान डीडवाना से भाजपा का टिकट मांग रहे थे, लेकिन भाजपा ने ना तो उन्हें डीडवाना का प्रत्याशी बनाया, न ही किस अन्य विधानसभा सीट से उन्हें मैदान में उतारा है. लगातार दूसरी बार यूनुस खान को डीडवाना विधानसभा सीट से टिकट नहीं दी गई है. इसके बाद अब यूनुस खान ने बगावती तेवर अपना लिए है. चर्चा है कि यूनुस खान आज डीडवाना से निर्दलीय रूप में नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं.
अगर यूनुस खान ऐसा करते हैं, तो भाजपा के लिए बड़ी मुश्किल होगी, क्योंकि यूनुस खान पिछले 25 सालों से डीडवाना के राजनीति में लगातार सक्रिय हैं. वे डीडवाना से दो बार चुनाव जीत चुके हैं, जबकि दो बार उन्हें हार का भी सामना करना पड़ा था. यूनुस खान पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकारों में पावरफुल कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं. यूनुस खान की डीडवाना क्षेत्र के लोगों में जबरदस्त पकड़ है. यही नहीं, यूनुस खान भाजपा के इकलौते नेता हैं, जिन्होंने डीडवाना सीट से भाजपा को जीत दिलाई थी. 2003 में यूनुस खान ने पहली बार डीडवाना से भाजपा को जीत दिलाई थी. इससे पहले कभी भी भाजपा यहां से अपना खाता तक नहीं खोल पाई थी. मगर 2018 के विधानसभा चुनाव में भी यूनुस खान को डीडवाना से टिकट काट दी गई और उन्हें टोंक भेज दिया गया. नतीजा यह हुआ कि टोंक में यूनुस खान को हार का सामना करना पड़ा. वहीं डीडवाना में उतारे गए भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र सिंह जोधा को भी 40000 वोटो के अंतर से हार का सामना करना पड़ा.
आज समर्थकों को किया है आमंत्रित
डीडवाना से टिकट कटने के बाद 2 दिन पूर्व यूनुस खान ने एक वीडियो जारी किया था, जिसमें उन्होंने अपने समर्थकों और कार्यकर्ताओं को 4 नवंबर को डीडवाना स्थित अपने निवास पर आमंत्रित किया था. यूनुस खान ने कहा था कि लोकतंत्र में जनता ही अपने नेता का चुनाव करती है. इसलिए अपने कार्यकर्ताओं और समर्थकों की राय और मशविरे के बाद वे आगे का निर्णय करेंगे. वहीं दूसरी ओर यह खबर भी सामने आई है कि यूनुस खान ने निर्दलीय नामांकन करने का पूरा मानस बना लिया है. रिटर्निंग अधिकारी कार्यालय से यूनुस खान के नाम से चार नामांकन पत्र लिए गए हैं, जिससे यह पूरी संभावना है कि यूनुस खान आज अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकते हैं.
बिगड़ सकता है भाजपा-कांग्रेस का गणित
डीडवाना शहर की चर्चाओं की बात करें तो अगर यूनुस खान चुनावी मैदान में उतरते हैं तो इसका नुकसान सीधे तौर पर भाजपा को उठाना पड़ेगा. यह भी चर्चा है कि मुख्य मुकाबला कांग्रेस के प्रत्याशी चेतन डूडी और निर्दलीय प्रत्याशी यूनुस खान के बीच में हो सकता है. हालांकि परिणाम क्या होंगे, यह तो मतगणना वाले दिन स्पष्ट हो पाएगा. लेकिन इतना जरूर है कि यूनुस खान के चुनावी मैदान में उतरने से न केवल भाजपा बल्कि कांग्रेस के भी चुनावी समीकरण गड़बड़ा सकते हैं.
डीडवाना में बड़ी संख्या में हैं मुस्लिम मतदाता
डीडवाना विधानसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में मुस्लिम मतदाता निवास करते हैं. जाट मतदाताओं के बाद मुस्लिम मतदाताओं की यहां सर्वाधिक संख्या है, जो सीधे तौर पर चुनाव को प्रभावित करने की क्षमता रखते हैं. यूनुस खान का कोर वोट बैंक भी मुस्लिम समाज है, मुस्लिम समाज की अमूमन भाजपा से दूरी रहती है, लेकिन यूनुस खान अपने बल पर मुस्लिम मतदाताओं को भाजपा से जोड़ने में कामयाब रहे थे. लेकिन अब यूनुस खान की टिकट कटने के बाद मुस्लिम मतदाताओं में भी रोष नजर आ रहा है.