विज्ञापन
This Article is From Sep 07, 2023

बूंदी में बढ़े डेंगू-मलेरिया के मरीज़, अस्पताल में मरीजों का स्ट्रेचर पर करना पड़ रहा है इलाज

पिछले 48 घंटों के दौरान ज़िले भर से मरीजों की संख्या बढ़ी है. डेंगू से एक महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. जिले में अब तक 25 से ज़्यादा डेंगू मरीज़ो की पुष्टि चुकी है, जबकि 60 संदिग्ध डेंगू मरीज़ों का इलाज जारी है.

बूंदी में बढ़े डेंगू-मलेरिया के मरीज़, अस्पताल में मरीजों का स्ट्रेचर पर करना पड़ रहा है इलाज
अस्पताल में स्ट्रेचर पर इलाज करवाने को मजबूर मरीज़

ज़िले में डेंगू अपने पैर पसार चुका है. अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मरीजों की भरमार होने से स्वास्थ्य व्यवस्थाएं बिगड़ने लगी है. गुरुवार को डेंगू से एक महिला की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया. अब तक 25 से ज़्यादा डेंगू मरीज़ो की पुष्टि चुकी है, जबकि 60 संदिग्ध डेंगू मरीज़ों का इलाज जारी है.अस्पताल के मेडिकल वार्ड, मेल-फीमेल वार्ड, जनरल वार्ड सहित अन्य वार्ड मरीजों से भरे हुए हैं. मरीज़ों को अस्पताल में बेड तक नहीं मिल पा रहा है.

ज़िला अस्पताल पर दबाव इतना है कि मरीज़ स्ट्रक्चर पर इलाज करवाने को मजबूर हैं. स्ट्रक्चर पर ही ड्रिप लगाई जा रही है. अस्पताल प्रशासन कहना है कि पिछले 48 घंटों के दौरान ज़िले भर से मरीजों की संख्या बढ़ी है. संदिग्ध डेंगू मरीज़ों के लिए अलग वार्ड बनाया गया है, वहीं, क्रिटिकल परिस्थिति में मरीज़ों को कोटा रेफ़र किया जा रहा है. 

बढ़ती मौसमी बीमारियों को लेकर अलर्ट पर चिकित्सा विभाग

जिले में बढ़ रही मौसमी बीमारियों से निपटने के लिए घर-घर जाकर सर्वे किया जा रहा है. मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर ने बताया कि, जिला स्तर पर ज़िले के 5 ब्लॉक में टीम का गठन किया गया है. पिछले वर्ष 2022 में मलेरिया पीवीएक्स के कुल 4 मरीज़ थे जबकि 2023 में अभी इसके एक मरीज़ होने की पुष्टि नहीं हुई है हालंकि इस साल अब तक डेंगू के 25 मरीज़ सामने आ चुके हैं.

मुख्य चिकित्सा और स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. ओपी सामर ने बताया कि, जिला स्तर पर ज़िले के 5 ब्लॉक में टीम का गठन किया गया है. पिछले  वर्ष 2022 में मलेरिया पीवीएक्स के कुल 4 मरीज़ थे जबकि 2023 में अभी इसके एक मरीज़ होने की पुष्टि नहीं हुई है हालंकि इस साल अब तकडेंगू के 25 मरीज़ सामने आ चुके हैं.

स्वास्थ्य विभाग चला रहा जागरूकता अभियान 

गौरतलब है पूरे ज़िले के विभिन्न गांवों में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए प्रचार प्रसार, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य शिक्षा व जागरूकता के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं. साथ ही, एन्टीलार्वा कार्यवाही के दौरान डेंगू और मलेरिया के मरीज़ों को  चिन्हित कर मच्छर प्रजनन स्थल ‘‘रेड जोन‘‘ पर फॉगिंग कराई जा रही है. ज़िला कलेक्टर डा. रविन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में सप्ताह के हर सोमवार को मौसमी बीमारियों की मॉनिटरिंग की जा रही है.

Rajasthan.NDTV.in पर राजस्थान की ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें. देश और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं. इसके अलावा, मनोरंजन की दुनिया हो, या क्रिकेट का खुमार, लाइफ़स्टाइल टिप्स हों, या अनोखी-अनूठी ऑफ़बीट ख़बरें, सब मिलेगा यहां-ढेरों फोटो स्टोरी और वीडियो के साथ.

फॉलो करे:
Close