Rajasthan CBI Raid News: जैसलमेर की पोकरण विधानसभा क्षेत्र में आज सीबीआई की टीम ने छापेमारी की. सीबीआई की टीम ने पोकरण शहर और आसकंदरा गांव में दबिश देकर बैंक में करोड़ों के फर्जीवाड़े के मामले में संलिप्त दो लोगों के घरों से कागज और जाली मोहरे भी बरामद किये है. बिना जमीन के फर्जी कुट रचित दस्तावेज तैयार कर यह घोटाला किया गया था. अब इस मामले की जांच सीबीआई के पास है.
बताया जा रहा है कि यह रेड आगे भी लगातार जारी रह सकती है. इस मामले को लेकर पहले भी कई लोगों के खिलाफ नामजद मुकदमें दर्ज हैं. वहीं आज जिन लोगों के घर छापामारी हुई है वो भी इस मामले में नामजद थे. बताया जा रहा है जिनके घर छापेमारी की गई उनमें से एक एडवोकेट और दूसरा बैंक का एजेंट था.
ग्रामीण बैंक विधिक सलाहकार के घर CBI की रेड
जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र में मरुधरा ग्रामीण बैंक की सत्याया शाखा में हुए KCC ऋण घोटाला में अब सीबीआई की टीम जांच कर रही है. इस मामले में सीबीआई ने पोकरण शहर में एक एडवोकेट विश्न सिंह गोदारा के घर पर रेड मारी. यह रेड सुबह से लेकर दोपहर तक करीब 5 घंटे चली. इस रेड में एडवोकेट विशन सिंह गोदारा के घर से फर्जी ऋण मामले के कई दस्तावेज और मोहरे भी बरामद किये हैं. बताया जा रहा है कि यह वकील ही मरुधरा ग्रामीण बैंक का विधिक सलाहकार था.
बड़ा खुलासा होने की संभावना
इसी बीच सीबीआई की टीम ने पोकरण क्षेत्र के आसकंदरा गांव में भी एक युवक के घर दबिश देकर सर्च ऑपरेशन चलाया. यह सर्च ऑपरेशन करीब 4 घंटे तक चला, जिसमे सीबीआई की टीम ने कई कुट रचित दस्तावेज बनाने संबंधित सबूत और मोहरे भी बरामद की है. अब तक मिली जानकारी के अनुसार CBI की टीम ने आज सिकंदरा गांव के रघुनाथ राम उर्फ उगमाराम के घर रेड की है. यह युवक मरुधर ग्रामीण बैंक हुए घोटाले में दलाल की भूमिका में था, जिसके खिलाफ नामजद मुकदमा भी दर्ज हुआ था. आपसे भी इस मामले की जड़ तक जाने का प्रयास कर रही है. माना जा रहा है कि इस मामले में बड़े खुलासे हो सकते हैं.
फर्जी कागजात पर मिलें लोन
आपको बता दे कि करोड़ों के इस घोटाले में कई बैंक कर्मचारी, बैंक के एजेंट सहित लोग शामिल है. बैंक मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, विधिक सलाहकार और एजेंट द्वारा लोगों को बिना जमीन ही फर्जी कागजात के आधार पर करोड़ों रुपए के लोन बांट दिए गए. यह मामला भी ऐसे ही खुला जब ऋणियों ने बैंक में किश्त समय पर जमा नहीं करवाई. प्रबंधक ने पूर्व बैंक मैनेजर, असिस्टेंट मैनेजर, विधिक सलाहकार और एजेंट सहित 7 ऋणियों पर केस दर्ज करवाया था.
अब सीबीआई के हाथ में जांच
हालांकि बैंक के विश्वसनीय सूत्रों की माने तो इस मामले में अब तक निष्पक्ष जांच नही हो रही थी. मामला सामने आया करीब 2 साल से अधिक समय हो चुका है. लेकिन अब सीबीआई ने जब इस मामले को हाथ में लिया है तो उम्मीद जताई जा रही है कि जांच में सभी दोषियों के नाम सामने आएंगे. 2014 से छोटे-मोटे कई इस तरह की घोटाले इस बैंक में हुए हैं, अगर पूर्ण रूप से जांच की गई तो 15 करोड़ से अधिक के घोटाले खुलने के आशंका जताई जा रही है. अब देखना की बात नहीं होगी कि आने वाले दिनों में इस मामले को लेकर क्या खुलासा होता है.
रेड हो चुकी है पूरी
सीबीआई टीम के वी.एस.मीणा से हमने इस रेड के बारे में फोन पर जानकारी लेना चाहा तो उन्होंने कहा कि पोकरण क्षेत्र में मरुधरा ग्रामीण बैंक के मामले में रेड सम्पन्न हो चुकी है. जोधपुर ऑफिस में इस मामले को लेकर मामला दर्ज है. हालांकि इस मामले को लेकर उन्होंने अधिक जानकारी देने से इंकार कर दिया.