CBSE Hostel Warden Recruitment Exam:अजमेर में सीबीएसई की हॉस्टल वार्डन भर्ती परीक्षा में भी फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद सिविल लाइन थाना पुलिस ने मंगलवार को असली अभ्यर्थी दिलखुश मीणा को भी गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस पूछताछ में आरोपी दिलखुश मीणा ने बताया कि उसने अपनी जगह कालूराम मीणा को पांच रुपए देकर परीक्षा देने भेजा था, जो कि परीक्षा देने से पहले ही पुलिस गिरफ्तार कर लिया गया था.
डमी अभ्यर्थी बनकर सीबीएसई वॉर्डन भर्ती परीक्षा देने पहुंचे कालूराम मीणा को पुलिस ने पहले ही गिरफ्तार कर लिया था. गिरफ्तार आरोपी कालूराम मीणा असली अभ्यर्थी, दिलखुश मीणा, गुड्ढा बसवा जिला दौसा निवासी की जगह परीक्षा कक्ष में पहुंचा था, लेकिन पहली बार परीक्षा में इस्तेमाल में लाए गए बायोमेट्रिक अटेंडेंस व्यवस्था ने डमी अथ्यर्थी की पोल खोल दी.
बायोमेट्रिक के थंब इंप्रेशन से हुआ था फर्जीवाड़े का खुलासा
सिविल लाइन थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सीबीएसई ने पहली बार आयोजित इस भर्ती परीक्षा में बायोमेट्रिक से उपस्थित की व्यवस्था की थी. सिविल लाइंस स्थित ख्वाजा मॉडल स्कूल परीक्षा केंद्र के प्रधानाचार्य आरके अरोड़ा ने थाने में फर्जीवाड़े के खिलाफ दर्ज शिकायत में बताया था कि दिलखुश मीणा की जगह सेंटर पर दौसा जिले के मेहंदीपुर बालाजी का कालूराम मीणा परीक्षा देने आया था.
सेंटर पर डमी अभ्यर्थी ने खुद को दिलखुश मीणा बताकर एंट्री ली
शिकायत के मुताबिक सुबह सेंटर पर पहुंच कर कालूराम ने खुद को दिलखुश बताकर एंट्री ली. परीक्षा केंद्र पर अन्य अभ्यर्थियों के साथ दिलखुश मीना की जगह परीक्षा देने आए कालूराम मीणा का भी अंगूठा पंच कराया गया. बायोमेट्रिक पर जैसे ही उसने अंगूठा पंच किया तो सॉफ्टवेयर पर मिलान नहीं हुआ.
पूछताछ में परीक्षा में डमी अभ्यर्थी को लेकर होंगे अहम खुलासे
थाना प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बताया कि असल अभ्यर्थी दिलखुश मीणा को बुधवार को माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया जाएगा. मालूम हो, सीबीएसई की हॉस्टल वार्डन भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा करने आए डमी अभ्यर्थी पहले ही गिरफ्तार हो चुका था. मंगलवार को सिविल लाइन पुलिस ने ने असली अभ्यर्थी दिलखुश मीणा को गिरफ्तार करने में सफलता पाई है.
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