Chhoti Diwali 2024: रूप चतुर्दशी (छोटी दिवाली) का विशेष महत्व है. इसकी अलग-अलग मान्यताएं हैं, और किवंदतियां हैं. ये महिलाओं के लिए भी खास होता है. टोंक में महिलाएं संजने-संवरने के लिए ब्यूटी पॉर्लर गईं. महिलाओं ने पहले से ब्यूटी पॉर्लर बुक कर ली थीं. महिलाओं ने कहा कि पिछले एक महीने से दीपावली को सेलिब्रेट करने की तैयारी चल रही थी. ऐसे में आज रूप चौदस को खुद के लिए वक़्त निकाला.
कई जगह यमराज की होती है पूजा
दिवाली से एक दिन पहले छोटी दिवाली मनाई जाती है. छोटी दिवाली पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा होती है. ऐसी मान्यता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने नरकासुर का वध करने के बाद लगभग 16 हजार महिलाओं को मुक्त करवाया था. इस दिन देश में कई जगह यमराज की भी पूजा होती है. लेकिन, राजस्थान के अधिकांश स्थानों पर इस दिन को रूप चौदस के रूप में ही मनाया जाता है.
पुष्कर में विदेशी महिलाओं ने किया श्रृंगार
तीर्थ नगरी पुष्कर में सात समुंदर पार से आई विदेशी सुहागन महिलाएं राजस्थानी ट्रेडिशनल तरीके से सजने संवरने से खुद को नहीं रोक पाई. उन्होंने रूप चतुर्दशी का महत्व जाना. पुष्कर के एक ब्यूटी पार्लर में पहुंची और राजस्थानी महिलाओं की तरह 16 श्रृंगार किया.
डेनमार्क की महिला ने पति को किया वीडियो कॉल
डेनमार्क से आई ट्रिना ने बताया, "भारतीय ट्रेडिशनल ड्रेस पहनकर बहुत खुश है. इन कपड़ों में खुद मैं बहुत ही सुंदर लग रही हूं. दिवाली बहुत सुंदर त्योहार है. इन लोगों ने हमें इनवाइट किया." ड्रेस और मेकअप करके पति को वीडियो कॉल पर बात की.
यह भी पढ़ें: पीएम आवास पहुंचे राजस्थान के सीएम भजनलाल शर्मा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से करेंगे मुलाकात