चुनाव से पहले बजरंगबली की शरण में पहुंचेंगे CM गहलोत, 28 सितंबर को आएंगे सालासर

CM Gehlot Salasar Visit: राज्य में चुनाव से पहले मुख्यमंत्री सहित तमाम दूसरे नेताओं के ताबड़तोड़ दौरे जारी है. इन दौरों में प्रदेश के प्रसिद्ध मंदिर और लाखों लोगों की आस्था से जुड़े स्थल भी शामिल हैं. अब चुनाव से पहले मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का सालासर आने का प्रोग्राम तय हो गया है.

विज्ञापन
Read Time: 17 mins
28 को सालासर बालाजी मंदिर आएंगे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत.

CM Gehlot Salasar Visit: राजस्थान में जैसे-जैसे चुनाव की तारीख नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे चुनावी सरगर्मियां बढ़ती जा रही है. प्रदेश में बड़े नेताओं के दौरे जारी हैं. इसी कड़ी में शनिवार को जयपुर में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे व पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. तो अब सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  जयपुर में परिवर्तन यात्रा के समापन पर बड़ी जनसभा करने वाले हैं. दूसरी ओर प्रदेश के मुखिया सीएम अशोक गहलोत ने चुनाव से ठीक पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं कर माहौल को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रहे हैं. इस बीच अब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चुनाव से पहले बजरंगबली के शरण में आ रहे हैं. प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत  28 सितंबर को  सालासर आएंगे. मिली जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 28 सितंबर को सालासर पहुंचकर बालाजी महाराज के दर्शन कर पूजा-अर्चना करेंगे.

सीएम के दौरे की तैयारियां शुरू

प्रस्तावित दौरे को लेकर अब जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. इसी कड़ी में कलेक्टर सिद्धार्थ सियाग, एसपी राजेश कुमार मीणा सहित अन्य अधिकारियों ने सालासर पहुंचकर विभिन्न व्यवस्थाओं का जायजा लिया।  इस दौरान अधिकारियों ने मंदिर परिसर सहित अन्य जगहों पर जाकर सुरक्षा सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली.

Advertisement
इससे पहले भी सीएम अशोक गहलोत कई मौकों पर सालासर बालाजी मंदिर में आ चुके हैं. अब जब चुनाव सिर पर हैं तो ऐसे में सीएम अशोक गहलोत का सालासर बालाजी मंदिर में आना कई मायनों में महत्वपूर्ण है. राजनीतिक पंडित इसके कई अर्थ निकाल रहे हैं.

बजरंगबली का आशीर्वाद लेकर मैदान में उतरेंगे गहलोत

राजनीतिक विशेषज्ञों की माने तो सीएम अशोक गहलोत के दौरे से इशारा मिलता है कि अब राजस्थान में कांग्रेस शुरुआत से ही बजरंगबली का आशीर्वाद चाहती है. सालासर को इसलिए चुना गया है क्योंकि पिछले साल सालासर बालाजी का गेट गिरा दिया गया था. इसे लेकर भाजपा ने सरकार की खूब आलोचना की थी. अब कांग्रेस सालासर बालाजी के बहाने प्रदेश की जनता को सकारात्मक संदेश देना चाहती है.

Advertisement

सालासर गेट गिराए जाने को मुद्दा बना रही भाजपा

वर्तमान में भी भाजपा द्वारा निकाली जारी परिवर्तन यात्रा में सालासर गेट का दरवाजा गिराए जाने का मामला उठा रही है. विशेष रूप से नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ इस मामले को लेकर कांग्रेस पर हमलावर हैं. अपनी हर सभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ कांग्रेस को हिंदू विरोधी बता रहे हैं और कांग्रेस के ऊपर हिंदुओं के धार्मिक कार्यक्रमों में अर्चन डालने का आरोप लगा रहे हैं.

Advertisement

पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने भी सालासर में मनाया था अपना जन्मदिन 

इससे पहले पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने अपना जन्मदिन सालासर में ही मनाया था. इस धार्मिक अनुष्ठान में बड़ी संख्या में राजे समर्थक और भाजपा कार्यकर्ताओं ने भाग लिया।  इस दौरान वसुंधरा ने सालासर में शक्ति प्रदर्शन करते हुए विशाल सभा की थी. इस दौरान पूर्व मुख्यमंत्री राजे ने जमकर कांग्रेस पर हमला बोला था।  वह इसी दिन भाजपा का विधानसभा घेराव का कार्यक्रम भी आयोजित हुआ था जिसमें राजे के शामिल नहीं होने पर  चर्चाएं भी खूब हुई थी. 

1 व 2 जुलाई को सालासर में होना था कांग्रेस का महामंथन

सालासर बालाजी धाम में पिछली 1 और 2 जुलाई को कांग्रेस का महामंथन होना था, लेकिन एनवक्त किन्हीं कारणों से इसे रद्द कर दिया गया. इसे कांग्रेस विधायकों के प्रशिक्षण शिविर का नाम दिया गया था.

यह भी पढ़ें - हमारी सरकार के खिलाफ कोई लहर नहीं, दोबारा सत्ता में आना ही हमारा संकल्प: CM गहलोत