
Rajasthan Budget Session 2025: कांग्रेस विधायक श्रवण कुमार ने भी विधानसभा में झुंझुनूं के जल संकट का मुद्दा उठाया. उन्होंने पानी का मुद्दा उठाते हुए बीजेपी ही नहीं, बल्कि कांग्रेस को भी घेरा. राजस्थान में अब तक की सभी सरकारों को इसके लिए जिम्मेदार बताया. उन्होंने कहा कि राजस्थान (Rajasthan) में जितने मुख्यमंत्री बने, उन्होंने अपने-अपने इलाकों का विकास किया. उदयपुर, जोधपुर, भीलवाड़ा, बांसवाड़ा और झालावाड़ को पानी मिला, लेकिन झुंझुनूं (Jhunjhunu) हमेशा पानी के लिए तरसता रहा. विधायक ने कहा कि हमारे क्षेत्र से कोई सीएम नहीं बना, इसलिए हमें पानी नहीं मिला. इसी के चलते शहीदों के बच्चे पानी को तरस रहे हैं.
शहीदों की विधवाओं की तो इज्जत करिए- विधायक
उन्होंने कहा कि अब तक जितने मुख्यमंत्री बने, उन्होंने अपने ही क्षेत्रों में पानी पहुंचाया. लेकिन झुंझुनू में पानी का अभाव ही रहा. झुंझुनूं के लोगों की किस्मत में शहीद होना ही लिखा है. शहीदों के बच्चे पानी को तरस रहे हैं, शर्म आनी चाहिए. सदन में जमकर तेवर दिखाते हुए विधायक ने कहा कि हमारे शहीदों की विधवाओं की इज्जत भी करिए.
"सुखाड़िया सीएम बने तो उदयपुर, गहलोत बने तो जोधपुर की तरफ पानी दे दिया"
श्रवण कुमार ने सदन में मांग रखते हुए कहा, "सुखाड़िया सीएम बने तो उदयपुर को पानी मिला. अशोक गहलोत बने तो जोधपुर और वसुंधरा राजे बनीं तो पानी झालावाड़ की तरफ दे दिया. ऐसे ही शिवचरण माथुर के समय भीलवाड़ा और हरिदेव जोशी के कार्यकाल में बांसवाड़ा को पानी मिला. हमारे क्षेत्र का कोई मुख्यमंत्री नहीं बना, इसलिए झुंझुनूं को पानी नहीं मिला."
जलमंत्री पर भी किया कटाक्ष, बोले- अगर थोड़ी भी दया आती है तो...
विधायक ने कहा कि हमारे क्षेत्र से कोई मंत्री बना तो उसने बस अपना काम निकाला. इसी मुद्दे पर आगे बोलते हुए कहा कि इस बार जलमंत्री भी ऐसे क्षेत्र से बने हैं कि उन्हें गंगा ही नजर आती है और पूरा इलाका पानी से पूर्ण है. तभी बीच में सदस्य ने मजाकिया लहजे में कहा कि तो क्या इनका विभाग बदला जाना चाहिए? इस पर श्रवण कुमार ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि मैं ऐसा नहीं कहूंगा. मैं बस यही कहूंगा कि इनको अगर थोड़ी बहुत भी दया आती है तो शहीदों के बच्चों को पानी देना चाहिए.
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