राजस्थान के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) द्वारा नियुक्त लोकसभा क्षेत्रवार पर्यवेक्षकों की रविवार को बैठक संपन्न हुई. बैठक के दौरान चुनाव संबंधी तैयारियों की रणनीति पर चर्चा हुई. बता दें, राजस्थान विधानसभा चुनाव को महज कुछ महीने बाकी हैं और सीएम अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस राजस्थान में दोबारा सत्ता पर काबिज होने लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है.
रविवार को बुलाई गई पर्यवेक्षकों की बैठक में वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री, पर्यवेक्षक शशिकांत सैंथिल, एआईसीसी द्वारा नियुक्त समन्वयक रंजीता रंजन, किरण चौधरी, डॉ. हरकसिंह रावत, शमशेर सिंह ढिल्लों समेत 25 पर्यवेक्षक शामिल हुए. बैठक में मिस्त्री ने अन्य पर्यवेक्षकों के साथ आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियों हेतु व्यापक रणनीति पर चर्चा की.
रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और प्रवक्ता स्वर्णिम चतुर्वेदी ने बताया कि बैठक में समन्वयकों को लोकसभा क्षेत्रवार कार्य विभाजित कर समन्वय की जिम्मेदारी प्रदान की गई है. वहीं, वरिष्ठ पर्यवेक्षक मधुसूदन मिस्त्री ने प्रेस से बातचीत में दावा करते हुए कहा कि राज्य में फिर से कांग्रेस की सरकार बनेगी और प्रदेश में एक नया इतिहास रचा जाएगा.
मधुसूदन मिस्त्री ने कहा कि पर्यवेक्षकों को सौंपे गए विधानसभा क्षेत्रों में अपना काम करने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के परामर्श से रणनीति तय की जाएगी. मिस्त्री ने कहा, 'किसी को कोई शंका नहीं होनी चाहिए कि विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस की सरकार दोबारा बनेगी और प्रदेश में एक नया इतिहास रचा जाएगा.'
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