Rajasthan News: बूंदी जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कागजों में ही विद्युत आपूर्ति हो रही है. अघोषित विद्युत कटौती के विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर प्रदर्शन कर ऊर्जा मंत्री के नाम ज्ञापन दिया. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ताओं ने अधीक्षण अभियंता का घेराव किया. इस दौरान अधीक्षण अभियंता कक्ष में जमकर हंगामा हुआ और सदर थाना पुलिस भी मौके पर पहुंच गई. तालेड़ा ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष प्रेमशंकर राठौर ने अधीक्षण अभियंता के सामने ही अधिकारियों पर किसानों से ट्रांसफार्मर के लिये रिश्वत लेने का आरोप लगा दिया.
बिजली आपूर्ति की मांग
कांग्रेस कार्यकर्ता विद्युत कटौती बंद करो, विद्युत विभाग मुर्दाबाद की नारेबाजी करते हुए अधीक्षण अभियंता कार्यालय पहुंचे. राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के सदस्य चर्मेश शर्मा ने कहा कि बूंदी जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में भारी मात्रा में अघोषित विद्युत कटौती की जा रही है, जिससे आम जनता का जनजीवन त्रस्त हो चुका है.
कांग्रेस पदाधिकारियों ने जेवीएनल के अधीक्षण अभियंता को बूंदी जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सुचारू आपूर्ति की मांग को लेकर ज्ञापन दिया. ज्ञापन में कहा गया है कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार के द्वारा जिलों में प्रभारी सचिवों को विद्युत और जलापूर्ति के लिए भेजने के बावजूद जनता को विद्युत कटौती से परेशान होना पड़ रहा है. ज्ञापन में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति को सुचारु कर किसानों को राहत देने की मांग की गई.
7 दिन में सुधार न होने पर अनशन की चेतावनी
ओबीसी कांग्रेस के प्रदेश महासचिव जगरूप सिंह रंधावा ने बताया कि तत्काल अघोषित कटौती बंद नहीं की गई और किसानों व आम जनता को राहत नहीं मिली तो सप्ताह भर बाद विद्युत विभाग के अधीक्षण अभियंता कार्यालय पर आमरण अनशन प्रारंभ किया जाएगा. रंधावा ने बताया कि भरता बावड़ी, अल्फानगर सीतापुरा, धनातरी, गागोस फीडर पर किसानों को मात्र 3 घंटे बिजली मिल पा रही है. बार-बार 33 केवी लाईन बंद करने से किसानों का बहुत नुकसान हो रहा है. अधीक्षण अभियंता के के शुक्ला ने कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल से कहा कि तालेड़ा क्षेत्र में वर्तमान में लोड सेटिंग की वजह से आपूर्ति में परेशानी आ रही है उन्होंने आपूर्ति के जल्द ही सुचारू होने का भरोसा दिलाया.