Rajasthan Cyber Fraud: राजस्थान में साइबर क्राइम को रोकने के लिए लगातार पुलिस और प्रशासन अभियान चला रही है. सैकड़ों साइबर फ्रॉड और जालसाजों पर कड़ी कार्रवाई भी की गई है. लेकिन इसके बावजूद साइबर फ्रॉड के जरिए बदमाश आम लोगों को शिकार बना रहे हैं. राजस्थान की डीडवाना पुलिस ने साइबर फ्रॉड के नए कारनामे का खुलासा किया है. इसके तहत साइबर क्राइम करने वाले बदमाशों को गिरफ्तार कर 10 करोड़ रुपये से अधिक के साइबर फ्रॉड के मामले का खुलासा हुआ है.
सबसे बड़ी बात है कि अपराधियों ने जिस तरीके का इस्तेमाल कर साइबर क्राइम किया है. वह दिमाग चकराने वाला तरीका है. इसके लिए बदमाश गरीब और बेरोजगारों का बैंक अकाउंट इस्तेमाल करते थे.
किराए पर लेते थे बैंक अकाउंट
डीडवाना पुलिस ने साइबर क्राइम करने वाले चार बदमाशों को गिरफ्तार किया है. यह सभी बदमाश आम गरीब और बेरोजगार लोगों के बैंक अकाउंट का इस्तेमाल करते थे. इसके लिए वह बैंक अकाउंट को किराए पर लेते थे. इसके बाद उन बैंक अकाउंट में लाखों-करोड़ों का ट्रांजक्शन करवाते थे. इसके एवज में बदमाश बैंक अकाउंट मालिक को कुछ कमीशन भी देते थे.
ऐप के जरिए करते थे करोड़ों का लेनदेन
डीडवाना एसपी हनुमान प्रसाद मीणा ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि अमरपुरा रोड पर स्थित एक मकान में कुछ संदिग्ध लोग मौजूद है. इस पर पुलिस ने मकान पर छापा मारा, जहां चार युवक मौजूद मिले. उनके पास से मिले मोबाइल फोन का जब साइबर टीम ने अनुसंधान किया तो पुलिस आश्चर्यचकित रह गई.
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपियों ने USDT की खरीद फरोख्त कर साइबर ठगी के करोड़ों रुपए फर्जी खातों में जमा करवाए हैं.
अलग-अलग राज्यों में कर चुके हैं साइबर फ्रॉड
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया कि इस साइबर गैंग के विरुद्ध जयपुर के काला डेरा पुलिस थाने में 50 लाख से अधिक राशि के साइबर फ्रॉड की शिकायत भी दर्ज है. वहीं त्रिपुरा, तेलंगाना जैसे राज्यों में भी यह आरोपी एक करोड़ से अधिक की साइबर फ्रॉड की वारदातों को अंजाम दे चुके हैं. जिनकी पुलिस में शिकायत भी दर्ज है. पुलिस के मुताबिक ठगों के पास जो बैंक खाता मिले हैं, उन पर 8 साइबर शिकायतें दर्ज पाई गई है.
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