Rajasthan By-Election News: राजस्थान में 7 सीटों पर उपचुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर भी चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई है. जहां BJP पिछले 2 विधानसभा चुनावों से खाली हाथ है. वहीं एक बार फिर से इस सीट पर बीजेपी को कांग्रेस नेता सचिन पायलट के गढ़ टोंक में पायलट ओर हरीश मीणा की जोड़ी से मुकाबला करना है. लेकिन BJP सचिन पायलट को अपने लिए कोई चुनौती नहीं मानती है. 3 लाख 2 हजार 721 मतदाताओं वाली गुर्जर, मीणा और एससी मतदाता जागरूकता बाहुल्य देवली-उनियारा सीट पर बीजेपी के लिए सचिन पायलट और हरीश मीणा किसी बड़ी चुनौती से कम नहीं है.
बीजेपी चुनावों की घोषणा होने के बाद अब पूरी तरह से रणनीति बनाने में जुट गई है. राजस्थान प्रदेश महामंत्री और इस सीट के प्रभारी दामोदर प्रसाद अग्रवाल कहते है कि बीजेपी का कार्यकर्ता हर समय चुनाव के लिए तैयार रहता है. भारतीय जनता पार्टी का नेतृत्व, सत्ता और संगठन आने वाली चुनौती का सामना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और इन चुनावों में हम उत्साहजनक परिणाम लाएंगे.
'सचिन पायलट पर साधा निशाना'
सचिन पायलट और हरीश मीणा की चुनौती के सवाल पर दामोदर प्रसाद अग्रवाल ने बड़ी बात कही की 'कोई भी एक जाति से चुनाव नहीं जीत सकता है. चुनाव जीतने के लिए 36 कोम का साथ होना जरूरी है. रही बात सचिन पायलट की तो सचिन पायलट अपनी जाति के 10 प्रतिशत वोट तोड़ने में भी कामयाब नहीं होंगे.'
क्या सचिन पायलट के 2018 में इस क्षेत्र में आने के बाद समीकरण पूरी तरह बदल गए है? जवाब में अग्रवाल ने कहा कि 'पायलट अगर कांग्रेस के लिए इतने ही महत्वपूर्ण है तो कांग्रेस को आज से साढ़े 5 साल पहले उनको मुख्यमंत्री बना देना चाहिए था. लेकिन पायलट साहब इतने ही महत्वपूर्ण है तो आज के 8 महीने पहले राजस्थान में कांग्रेस की सरकार क्यों गई. अनावश्यक ही एक व्यक्ति को तूल देना गलत है चुनाव पार्टियों की विचारधाराओं पर लड़ा जाता न कि व्यक्ति पर.'
'हरीश मीणा पर कसा तंज'
हरीश मीणा के सांसद बनने पर तंज कसते हुए अग्रवाल ने कहा कि अगर हरीश मीणा को सांसद ही बनना था तो पहले विधायक का चुनाव लड़ा ही क्यों. वहीं अग्रवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ युवा अवस्था में एक कक्ष में बिताए दिनों को याद करते हुए कहा कि नरेन्द्र भाई असामान्य दैविक पुरुष हैं.
राजस्थान में 7 सीटों पर 13 नवम्बर को होने वाले उपचुनावों की तारीखों के एलान के साथ ही सचिन पायलट के गढ़ टोंक जिले की देवली-उनियारा सीट पर होने वाले उपचुनावों पर अब सबकी नजर है. इस सीट का इतिहास हो या उपचुनावों का इतिहास बीजेपी की चिंता बढ़ाने वाला रहा है. ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि लगातार 2 विधानसभा चुनाव जीतने वाले हरीश मीणा के सांसद बनने के बाद खाली हुआ.
इस सीट पर क्या सचिन पायलट और हरीश मीणा की जोड़ी जीत की हैट्रिक पूरी कर पाएगी या फिर सत्ताधारी BJP 11 साल बाद अपनी आपसी गुटबाजी से निजात पाकर इस सीट को जीत का परचम लहराने में कामयाब होगी देखने वाली बात यह होगी.
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