
Prostitution Girl Married in Bundi: कर्ज तले दबे एक परिवार ने 12 साल की उम्र में नाबालिग बच्ची को देह व्यापार के दलदल में धकेल दिया. जब युवती बालिग हुई तो देह व्यापार के धंधे से बाहर निकाल कर खुद का घर बसाने की सोची. लेकिन इसके लिए उसके परिवार ने फिर विरोध कर दिया. इस पर लड़की ने प्रशासन से गुहार लगाई, जिसके बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने समाज को बड़ा संदेश देते हुए खुद की मौजूदगी में उस लड़की की शादी करवाई. मामला राजस्थान के बूंदी जिले के रामनगर गांव का है. युवती की शादी में जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा, एसपी जय यादव सहित कई लोग मौजूद थे. खुद डीएम, एसपी ने विवाह में कन्यादान किया और हिंदू रीति-नीति के साथ विवाह हुआ. बकायदा गांव में एक सादे समारोह आयोजित किया गया जिसमें गांव भर के लोग मौजूद थे. कई सामाजिक संगठन जन प्रतिनिधि और प्रशासनिक ओर पुलिस विभाग के अधिकारी इस विवाह के साक्षी बनें.
नवयुगल जोड़े को घर बसाने के लिए कई अभिभाषक परिषद सहित कई सामाजिक संगठन उपहार स्वरुप घरेलु सामान भेंट किए. इस अवसर पर नव विवाहित वर वधु को कंजर समाज महापंचायत संस्थान की ओर से 5100 की राशि का चैक प्रदान किया गया. साथ ही विज्योर कांजरी वेलफेयर फाउंडेंशन की ओर से 2100 की राशि का चेक दिया गया.
डीएम बोले- कुरीतियों को त्यागकर शिक्षा को अपनाएं
जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा ने नव दंपत्ति को बधाई देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की. उन्होंने कहा कि कुरीतियों को त्यागकर शिक्षा के मार्ग को अपनाएं. रामनगर गांव में कई बार देह व्यापार के मामले सामने आए हैं और प्रशासन से गुहार लगाने पर युवक–युवती की शादी भी करवाई है. हमारी कोशिश है कि इस गांव को समाज के मुख्य धारा में लाकर इस कुरीति को खत्म किया जाए. वही एसपी जय यादव ने कहा कि ऐसे मामलों में पुलिस सख्ती बरत रही है और आरोपियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जा रही है. यह एक अच्छी सोच है कि युवतियां देह व्यापार से निकालकर समाज की मुख्य धारा में आ रही है. समाज के सभी वर्ग मिलकर इसमें सहयोग करेंगे.
8 लाख में परिजनों ने ही बेच दिया था
जिले के रामनगर गांव की रहने वाली सीता (बदला हुआ नाम) ने बताया कि 2014 में वह 12 वर्ष की थी, तब परिजनों ने आठ लाख रुपए में ढाई साल के लिए ग्वालियर में गिरवी रख दिया. वहीं तीन साल पढ़ा लिखाकर मुंबई में देह व्यापार के दलदल में बेच दिया. तब से वो देह व्यापार के दलदल में हैं. उसे मां, दोनों भाई व बड़ी भाभी ने इस दलदल में धकेला है. अब जब 27 वर्ष की उम्र में गीता इस देह व्यापार को नहीं करना चाहती, लेकिन परिजन उसे इस दलदल से निकलने नहीं दे रहे है.

देह व्यापार के दलदल से निकली लड़की की शादी में रस्मों को पूरा करते एसपी.
जैसे-तैसे पीड़िता दलालों के चंगुल से छुटकर बूंदी पहुंची. उसने बूंदी की एक कॉलोनी में रहने वाले युवक के साथ अपना घर बसाने का निर्णय किया, लेकिन पीड़िता को घर वालों का डर सता रहा है. पीड़िता की माने तो उसने इस बुराई से लड़कर अपना सुकून भरा जीवन जीने का निर्णय कर लिया है.
छोटी बहन को बचाया, कराई शादी
पीड़िता सीता ने बताया की वे 9 भाई – बहन में सातवें नंबर की थी. परिजनों ने सभी की शादी करा दी. इसका नंबर आया तो परिवार कर्ज तले दबे होने के चलते विवाह नहीं कराने का हवाला दिया. छोटी बहन को इस दलदल में धकेलने की तैयारी थी, लेकिन गीता ने अपने साहस के चलते ऐसा नहीं होने दिया और परिजनों को धमकाया और बाद में उसकी शादी सवाईमाधोपुर में करवाई. पीड़िता ने बताया कि गिरवी रखने का समय पूरा होने के बाद वो वापस आना चाहती थी, लेकिन गिरवी रखने वाले प्रताड़ित करने लगे और जैसे-तैसे बूंदी आई तो फिर से परिजनों ने मुंबई भेज दिया. पीड़िता ने बताया कि परिजनों ने इसका कारण गरीबी होना बताया था.

शादी समारोह में रामनगर के लोगों को जागरूक करते वरीय अधिकारी.
यह लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर सरपंच बबीता बाई, बाल संरक्षण इकाई सहायक निदेशक रामराज मीणा, सदर थाना अधिकारी अरविंद भारद्वाज, ग्यारसी लाल गोगावत, रामहेत केसिया, राजकमल झंझावत, बालकदास, एडवोकेट चन्द्रशेखर, कोटा रोड़ व्यापार संघ अध्यक्ष राजकुमार श्रृंगी, ऋचा सिंह, के.सी. वर्मा, जीतू जाट, देवलाल वर्मा, राजेन्द्र कुमार वर्मा, बाल कल्याण समिति सदस्य घनश्याम दुबे, बाल संरक्षण इकाई के गोविंद गौतम, रविन्द्र कुमार, चाइल्ड लाइन टीम के सदस्य रामनारायण गुर्जर, रवि प्रजापत, सुरेश कुमार आदि मौजूद रहे.
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