Desert Scheduled Tribe Special Area: बांसवाड़ा डूंगरपुर लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजकुमार रोत ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्र में रहने वाली अनुसूचित जनजातियों द्वारा लम्बे समय से की जा रही जोधपुर संभाग को DTSA (रेगिस्तानी अनुसूचित जनजाति विशेष क्षेत्र) घोषित कर प्रथक आरक्षण देने की मांग को पूरा करने की पैरवी की है.
भारत आदिवासी पार्टी से सांसद राजकुमार रोत ने अपने पत्र में लिखा है कि प्रदेश के रेगिस्तानी जिलों में रहने वाले भील समूह के द्वारा उनको अवगत कराया है कि यहां के भीलों को सरकारी योजनाओं / सरकारी नौकरियों में अनुपातिक भागीदारी नहीं मिल रही है. भील समुदाय शिक्षा व आर्थिक रूप से अन्यंत पिछड़ा होने के बावजूद भी राष्ट्रहित, एकता सुरक्षा एवं भारत की सभ्यता व संस्कृति का अतुलनीय रक्षक है.
भील समुदाय लंबे समय से कर रहे DTSA की मांग
इस सन्दर्भ में जोधपुर व पाली संभाग के भील समुदाय पिछले कई वर्षों से DTSA की मांग कर रहे हैं, इसमें जोधपुर, पाली, जैसलमेर, बाड़मेर, बालोतरा, जालौर, सांचौर, सिरोही व पाली क्षेत्र के भील समुदाय को मुख्यधारा से जोड़ने व उनके उत्थान के लिए DTSA क्षेत्र घोषित कर अलग क्षेत्रीय आरक्षण व्यवस्था लागु करने की आवश्यकता है.
पाली व जोधपुर संभाग के लिए DTSA की मांग
बांसवाड़ा सांसद ने पत्र में आगे लिखा कि क्षेत्र के लोगों की भावनाओं को देखते हुए रेगिस्तानी भील समाज के हितों को मद्दे नज़र रखते हुए पाली व जोधपुर संभाग को DTSA (रेगिस्तानी अनुसूचित जनजाति विशेष क्षेत्र) घोषित कर प्रथक आरक्षण, एवं समस्त सरकारी योजना का लाभ देने की मांग की है.
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