Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा है कि पिछले साल प्रदेश के स्कूलों के लिए भामाशाओं ने करीब 1 हजार करोड़ रूपये का दान दिया है. उन्होंने यह बात पश्चिम बंगाल के शहर कोलकाता में राजस्थान के प्रवासियों से कही. उन्होंने यह भी कहा कि हमारा विज़न है कि राजस्थान का कोई भी बच्चा फर्श पर बैठ कर पढ़ाई करने को मजबूर न हो, लेकिन इसके लिए हमें भमाशाओं की मदद की ज़रुरत है.
कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी परिषद द्वारा आयोजित ''एक कदम शिक्षा की ओर'' कार्यक्रम में बोलते हुए दिलावर ने कहा कि राजस्थान सरकार ऐसी योजना लाने वाली है, जिसमें अगर कोई भमाशाह किसी स्कूल के लिए 2 करोड़ रुपये से ज़्यादा का सहयोग करता है तो उस स्कूल का नाम उनके नाम पर रखा जाएगा. इसके अलावा स्कुल को गोद भी लिया जा सकता है.
उन्होंने कहा ''हमारी सरकार का लक्ष्य है कि प्रदेश के प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, समुचित शैक्षिक वातावरण एवं आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएं, जिससे वे प्रदेश के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे सकें''.
आज पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी परिषद द्वारा आयोजित 'एक कदम शिक्षा की ओर' कार्यक्रम में सहभागिता करके उपस्थित जनों को संबोधित किया।
— Madan Dilawar (@madandilawar) November 19, 2024
इस अवसर पर राजस्थान में हमारी सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए महत्वपूर्ण कार्यों, नवीन शैक्षिक नीतियों एवं… pic.twitter.com/P8YhI3H0N1
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राजस्थान में 19,000 प्राथमिक स्कूल, 16,000 माध्यमिक स्कूल और 26,000 उच्च माध्यमिक स्कूल हैं. इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को अच्छी सुविधाएं और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, इसके लिए कुछ खास प्राथमिकताएं तय की गई हैं. दानदाता अब स्कूलों में आईसीटी लैब, स्मार्ट क्लास रूम, सोलर पैनल, खेल सुविधाएं, कक्षाएं और स्कूल भवनों के निर्माण में पैसे लगा सकते हैं.
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