
Rajasthan: भरतपुर पुलिस ने 400 करोड़ की ठगी करने वाले दो और आरोपियों को गिरफ्तार किया है. 4 आरोपियों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है. मुख्य आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है. गिरफ्तार दोनों आरोपी कंपनी में टेक्नीशियन का काम करते थे. कंपनी के खिलाफ 4 हजार से ज्यादा शिकायतें दर्ज हो चुकी हैं. आईजी राहुल प्रकाश ने जानकारी देते हुए बताया कि धौलपुर ठगी मामले में अभी तक 4 गिरफ्तारियां हुई थी. मले में दो और गिरफ्तारी की गई हैं, जिनमें अनूप श्रीवास्तव निवासी बरईपुर थाना देवरिया, गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) और दूसरा रोहित शर्मा निवासी वशिष्ठ पार्क थाना सागरपुर नई दिल्ली को गिरफ्तार किया गया है. दोनों आरोपी मामले में महत्वपूर्ण कड़ी हैं. दोनों फील्ड एजेंट के जरिए फर्जी कंपनियों को खुलवाने का काम करते थे.
डॉक्यूमेंट्स लेकर कंपनी खुलवाते थे
आईजी ने बताया कि गांव के लोगों से डॉक्यूमेंट्स लेकर कंपनी खुलवाते थे और गांव के लोगों को ही कंपनी का डायरेक्टर बना देते थे. इसके बदले उन्हें 20 से 25 हजार हर महीने दिए जाते हैं. फील्ड एजेंट कंपनी खुलवाकर इन दोनों आरोपियों को पूरा डेटा भेजता था. इसके बाद यह दोनों एक जगह किराए पर लेकर ऑफिस बनाते हैं, और कंपनी के नाम से पैसे के लेनदेन की एप्लिकेशन बनाकर इस काम को पूरा करते थे. आईजी राहुल प्रकाश ने बताया कि 6 मार्च 2025 को हरिसिंह नाम के एक व्यक्ति ने धौलपुर साइबर थाने पर फिनो पेमेंट खाते के खिलाफ एक शिकायत दर्ज करवाई थी.
चार हजार के करीब लोगों ने की थी शिकायत
जब शिकायत की जांच की गई तो, बेहद चौंकाने वाले मामले सामने आए. उसी खाते के खिलाफ करीब 3 हजार शिकायतें दर्ज थीं, जो अब बढ़कर 4 हजार हो गई हैं. आईजी ने बताया कि जांच में सामने आया है कि गैंग का मुख्य सरगना शशिकांत और रोहित दुबे है. उसने मिलकर ABUNDANCE PAYMENT SOLUTION PRIVATE LIMITED नाम से एक कंपनी बनाई.
कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु बनाया
कंपनी का मुख्यालय बेंगलुरु (कर्नाटक) में बनाया. कंपनी में अनूप श्रीवास्तव ऑन बोर्डिंग का काम करता है, और रोहित शर्मा टेक्निकल काम करता है. अनूप श्रीवास्तव शशिकांत का पुराना दोस्त है. रोहित शर्मा रोहित दुबे का पुराना दोस्त है. दोनों आरोपी कंपनी में शुरू से काम करते थे. ये लोग कंपनी से सीधे संपर्क नहीं करते. ऑन बोर्डिंग का सारा काम Ressler के माध्यम से किया जाता है. ABUNDANCE PAYMENT SOLUTION PRIVATE LIMITED ले पास करीब कंपनी मर्चेंट थे. आरोपी लोगों को ऑनलाइन गेमिंग और निवेश के नाम का झांसा देकर ठगी करते थे.