
Rajasthan Unique Marriage: राजस्थान में शादी की अलग-अलग परंपरा है. अलग-अलग क्षेत्रों में विभिन्न तरीके से शादी करने की परंपरा है. वहीं आजकल फैशन के जमाने में लोग दिखावे के लिए शादी के दौरान लाखों और करोड़ों खर्च कर देते हैं. इतना ही नहीं शादी से पहले प्री वेडिंग शूट जो शादी शुरू होने से पहले ही शुरू हो जाते हैं और बड़े-बड़े होटल, हेलिकॉप्टर, लग्जरी गाड़ियो में दूल्हा अपनी दुल्हन को लाने के लिए जाते है. शादियों में इस तरह के नए ट्रेंड का क्रेज देखा जाता है. लेकिन जोधपुर में एक अनोखी शादी देखी गई है.
121 ट्रैक्टर के साथ पहुंचा दूल्हा
जोधपुर में एक किसान के बेटे ने मारवाड़ की परंपरा को जीवित रखने के लिए बड़ा ही अनोखा और अथक प्रयास किया है. आज भी किसान परिवार की युवा पीढ़ी इस भीषण गर्मी में भी दूल्हे ने लग्जरी गाड़ियों को छोड़कर ट्रैक्टर पर अपनी जीवन अर्धांगिनी को लेने ससुराल पहुंच गया. लेकिन बात दूल्हे तक ही बात खत्म नहीं होती है. दूल्हे की पूरी बारात ही 121 ट्रैक्टरों पर गई. जब बाराती ट्रैक्टरों से दुल्हन के गांव में पहुंचे तो बारात देखने के लिए आसपास के दर्जनों भर गांवों के लोग पहुंचे. हर तरफ चर्चा रही कि एक बारात 121 ट्रैक्टरों पर आई है.
भगीरथ राम ने बताया कि हम लोग किसान हैं पुराने जमाने में बैलगाड़ी और ऊंटों पर बारात जाया करती थी, लेकिन अब समय के साथ बदलाव आया है. बैलों और ऊंटों की जगह ट्रैक्टरों ने ले ली है इसलिए सभी बारातियों को ट्रैक्टर पर लेकर जा रहे है. लेकिन उन्होंने पुराने समय की तरह सभी ट्रैक्टर बारातियों को पीले चावल देकर बारात में चलने का न्योता दिया.
300 बाराती पहुंचे दुल्हन के घर
बता दें, आऊ तहसील के तेजासर बरसिंगों का बास केरला गांव निवासी ओमप्रकाश पुत्र बाबूराम मायला की बारात 121 ट्रेक्टरों पर धर्म सागर जेरिया गांव नारायण राम जांगू के घर पहुंचीं. धर्म सागर जेरिया में दूल्हा ओमप्रकाश मायला गांव में जब बारात लेकर पहुंचा तो हर तरफ चर्चा रही कि बारात ट्रैक्टरों पर आई है. इतना ही नहीं दूल्हा खुद ट्रैक्टर को चलाकर ससुराल पहुंचा और दुल्हन पुष्पा को उसी ट्रैक्टर से लेकर घर पहुंचा. दूल्हे और दुल्हन का घर के बीच 15 किमी. का सफर था बारात में 300 बाराती ट्रैक्टर से शादी में पहुंचे.
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