
Rajasthan News: राजस्थान की भजनलाल सरकार ने बुधवार को प्रदेश में पहली राजनीतिक नियुक्ति करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के वरिष्ठ नेता ओंकार सिंह लखावत (Onkar Singh Lakhawat) को धरोहर प्राधिकरण (Heritage Authority) का अध्यक्ष बनाया है. माना जा रहा है कि जल्द ही प्रदेश के विभिन्न विभाग, आयोग, बोर्ड और प्राधिकरण में अध्यक्ष एवं सदस्यों की नियुक्ति की जाएगी. ये दूसरी बार होगा जब लखावत इस पद को संभालेंगे. इससे पहले वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) की सरकार में वो इस पद को संभाल चुके हैं. पार्टी ने एक बार फिर से ओंकार सिंह लखावत पर भरोसा जताया है.
ओंकार सिंह लखावत राज्यसभा के सांसद रह चुके हैं. प्रदेश में सत्ता परिवर्तन के बाद विभिन्न बोर्ड और आयोगों को भंग कर दिया गया था. उन्हें दोबारा संचालित करने की दिशा में कदम बढ़ाते हुए आज भजन लाल सरकार ने पूर्व सांसद ओंकार सिंह लखावत को राजस्थान धरोहर प्राधिकरण की कमान सौंपी है. इनकी नियुक्ति के साथी ही प्रदेश में अब राजनैतिक नियुक्तियों का सिलसिला शुरू हो जाएगा. ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव में जाने से पहले राजनीतिक नियुक्तियों का दौरा पूरा कर सकती है. ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि विधानसभा चुनाव में टिकट नहीं ले पाने वाले नेताओं को किसी न किसी तरह सरकार का अंग बनाया जाएगा.
ओंकार सिंह लखावत नागौर जिले के रहने वाले हैं, लेकिन वर्तमान में वे अजमेर में रह रहे हैं. कॉलेज के दिनों से ही वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े. बाद में वर्ष 1980 में जब भाजपा का गठन हुआ तब दिल्ली में हुए सम्मेलन में ओंकार सिंह लखावत मौजूद थे. भाजपा में आने के बाद वे कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे. वर्ष 1997 से 2000 तक वे राज्यसभा सांसद रहे. पूर्ववर्ती वसुंधरा राजे के शासन के दौरान लखावत को उन्हें राजस्थान विरासत संरक्षण एवं संवर्धन प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया था. पीएम मोदी जब पं. दीनदयाल उपाध्याय स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित करने गए थे, तब लखावत उनके साथ रहे. लखावत ने ही स्मारक और पैनोरमा से जुड़ी जानकारियां पीएम मोदी को दी.
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