Lawrence Bishnoi & Rohit Godara: हरियाणा स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने दीनू (निवासी भिवानी), जगदीश उर्फ जग्गू और विष्णु (पंजाब के मूल निवासी), सागर (मथुरा के मूल निवासी) और दिल्ली के समस्तपुर का प्रदीप को गिरफ्तार किया है. प्रदीप के खिलाफ हत्या और हत्या के प्रयास सहित सात मामले दर्ज हैं, सागर के खिलाफ एक मामला दर्ज है. एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक प्रीतपाल सांगवान ने कहा कि बाकी तीन आरोपियों का कोई आपराधिक इतिहास नहीं है.
दिनेश ने गुरुग्राम में ठिकाना बना लिया था
एसटीएफ के पुलिस उपाधीक्षक प्रीतपाल सांगवान ने कहा कि शूटर दिनेश उर्फ दीनू ने गुरुग्राम में एक ठिकाना बना लिया था. वह दूसरे शूटरों को भी ठिकाना देता था. प्रीतपाल सांगवान ने कहा कि गुरुग्राम अपराधियों को अपनी तरफ आकर्षित करता है. जब एक गिरोह की गतिविधियां कम हो जाती हैं, तो दूसर कब्जा करने की कोशिश करता है.
फर्रुखनगर से दिनेश को गिरफ्तार किया था
एसटीएफ अधिकारियों के मुताबिक, दिनेश को शनिवार को फर्रुखनगर से गिरफ्तार किया गया. उसके बताए अनुसार बाकी 4 को रविवार रात पंजाब के फाजिल्का के पास अबोहर से पकड़ लिया गया.
रोहित गोदारा से 4 महीने से संपर्क में था दिनेश
सांगवान ने आगे कहा कि दिनेश चार महीने से गैंगस्टर रोहित गोदारा के संपर्क में था. उन्होंने कहा, “वे पंजाब में बंबीहा गिरोह के एक सदस्य और गुरुग्राम और राजस्थान में अन्य को निशाना बना रहे हैं. उन लोगों को हथियार दिए गए. सही समय का इंतजार करने का निर्देश दिया गया.” सांगवान ने कहा, दिनेश गैंगस्टर नवीन बॉक्सर के भी संपर्क में था.
दिनेश वाईफाई कनेक्शन देने का काम करता था
सांगवान के अनुसार, दिनेश स्थानीय वाईफाई कनेक्शन देने का काम करता था. गोदारा ने उसे चारो आरोपियों की मेजबानी करने के लिए कहा था. सांगवान ने कहा, ''वे 10 दिनों तक फरुखनगर में रहे. फिर पंजाब के लिए रवाना हो गए.
9mm की विदेश पिस्टल मिले
सांगवान ने बताया कि उनके कब्जे से 10 लाख रुपये से अधिक कीमत की विदेशी 9 मिमी ग्लॉक पिस्तौल सहित पांच बंदूकें और 50 जिंदा कारतूस बरामद हुए. अधिकारियों ने बताया था कि दिल्ली पुलिस, नूंह पुलिस और एसटीएफ की संयुक्त टीम ने पांच दिन पहले नूंह में एक मुठभेड़ में इसी गिरोह के दो शूटरों को गिरफ्तार किया था.
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