Sanchore: राजस्थान में 9 जिले और 3 संभाग खत्म करने के भजनलाल सरकार के फैसले पर सियासत गरमा गई है. कैबिनेट बैठक में लिए इस फैसले के विरोध में अलग-अलग जिलों में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस मामले में बीजेपी के पूर्व सांसद देवजी पटेल ने भी बड़ी मांग कर दी है. उन्होंने सांचौर जिले को यथावत रखने की मांग कर दी है. पटेल ने सीएम भजनलाल शर्मा को पत्र लिखा है. देवजी पटेल का कहना है कि इस फैसले से लोगों को परेशानी होगी, ऐसे में इसकी समीक्षा की जानी चाहिए. उनके इस पत्र की ना सिर्फ स्थानीय स्तर पर, बल्कि प्रदेश में चर्चा हो रही है. हालांकि ऐसा पहली बार नहीं है जब बीजेपी के भीतर यह बात उठी हो. इस फैसले के विरोध में बीजेपी कार्यकर्ता के इस्तीफा देने का भी मामला सामने आया है.
सांचौर जिला बनने से प्रशासनिक व्यवस्थाओं में हुआ था सुधार
पूर्व सांसद ने पत्र में लिखा कि जालौर जिला मुख्यालय से दूरी के कारण लोगों को परेशानी होती है. साथ ही जिले की पुनः समीक्षा तक प्रशासनिक व्यवस्था के लिए एडीएम कार्यालय खोलने की भी मांग रखी. उनका कहना है कि सांचौर जिला बनने से प्रशासनिक व्यवस्थाओं में काफी हद तक सुधार हुआ था, क्योंकि बॉर्डर एरिया होने से अवैध मादक पदार्थों की बिक्री हो रही थी और दिनदहाड़े चोरी, लूट और हत्या की वारदात आम थी. आमजन में भय व्याप्त था, जिस पर कुछ हद तक अंकुश लगा था. जालोर जिला मुख्यालय से अंतिम छोर के गांव की दूरी करीबन 240 किमी है.
किरोड़ीलाल मीणा के भतीजे की मांग ने भी बढ़ाया सियासी पारा!
राजस्थान सरकार में कृषि मंत्री किरोड़ी लाल मीणा के भतीजे और विधायक राजेंद्र मीणा ने भी महवा को जिला बनाने की मांग की थी. बुधवार को महवा की नवीन अनाज मंडी में आयोजित व्यापार मंडल के कार्यक्रम में की विधायक राजेंद्र मीणा ने यह बात कही थी. उन्होंने कहा था कि पिछले लंबे अरसे से महवा को जिला बनाने की मांग की जा रही है. लेकिन कांग्रेस सरकार में यह तोहफा मिल पाया था. अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है. मैं महवा तहसील को जिला बनाने की मांग करता हूं.
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