Rajasthan News: राजस्थान सरकार और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) के बीच MOU साइन किया गया है. इसके जरिए राजस्थान के लिए फंड राइजिंग का रास्ता खुलने वाला है. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और राजस्थान सरकार के बीच IPO के माध्यम से फंड राइजिंग के लिए एमओयू किया गया है. इस दौरान प्रमुख शासन सचिव अजिताभ शर्मा और Dr हरीश आहूजा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज उपाध्यक्ष के मध्य हस्ताक्षर किए गए.
MSME के जरिए निवेश के अवसर
एमओयू साइन होने के दौरान प्रमुख शासन सचिव उद्योग एवं वाणिज्य ने कहा कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के नेतृत्व में तथा उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के सहयोग से एमएसएमई (MSME) के अनुकूल परिस्थितियों आकर्षक निवेश के अवसर उत्पन्न करने की दिशा में निरंतर प्रयासरत है. आज इस विकास की कहानी को आगे बढ़ाने के लिए हमने NSE Emerge प्लेट फार्म का उपयोग कर राजस्थान की एमएसएमई को पूंजी बाजारों तक पहुंचाने और आईपीओ के माध्यम से धन जुटाने के लिए नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ एक समझौता हस्ताक्षरित किया है.
इस समझौते के तहत राजस्थान सरकार के सहयोग से नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा राज्य में एमएसएमई शिविर, नॉलेज सत्र, रोड शो, वर्कशॉप, सेमिनार जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जिसमें राज्य की एमएसएमई को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज प्लेटफार्म पर सूचीबद्ध करने में सहयोग किया जा सके.
NSE है सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज भारत में इलेक्ट्रॉनिक या स्क्रीन-आधारित ट्रैंडिग को लागू करने वाला पहला एक्सचेजं था. यह 1994 में संचालित हुआ और इसे SEBI सेबी डेटा के आधार पर कुल और औसत दैनिक टर्नओवर में भारत के सबसे बड़े स्टॉक एक्सचेंज के रूप में रैंक किया गया है. NSE पूरी तरह से एकीकृत व्यापार मॉडल है, जिसमें एक्सचेजं लिस्टिंग, ट्रैंडिंग सेवाएं, क्लीयरिंग, सेटलमेंट सेवाएं, इंडेक्स, मार्केट डेटा फीड्स, तकनीकी समाधान और वित्तीय शिक्षा शामिल हैं. नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ट्रेंडिंग और सूचीबद्ध कंपनियों द्वारा सेबी और एक्सचेंज के नियमों और विनियमों के अनुपालन की भी निगरानी करता है. NSE टेक्नोलॉजी और नवाचार में अग्रणी है और वह अपने सिस्टम्स की विष्वसनीयता और प्रदर्शन को सुनिश्चित करता हैं.
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