इन दिनों बीजेपी अपने दो उम्र दराज़ नेताओं द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ किए जाने से परेशान है.पहले पूर्व विधानसभा अध्यक्ष कैलाश मेघवाल ने गहलोत की तारीफ की और अपनी ही पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भ्रष्टचार के आरोप लगाए. जोधपुर से 7 बार विधायक बन चुकी 90 साल की सूर्यकांता व्यास ने भी मुख्यमंत्री अशोक की तारीफ की है. इस मामले पर जब केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह सिंह शेखावत से सवाल पूछा गया तो उन्होंने दोनों की उम्र का हवाला देते हुए कहा कि "बुढ़ापा बचपन का पुनरागमन होता है और यह दोनों सीनियर नेता 90 साल के करीब हो गए हैं, ऐसे में गलतियां हो जाती हैं "
अब गजेंद्र सिंह शेखावत के इस बयान पर सूरसागर विधायक सूर्यकांता व्यास ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि " गजेंद्र सिंह पैदा भी नहीं हुए थे वो तब से पार्टी में हैं ". व्यास ने अपनी तुलना कैलाश मेघवाल से करने पर आपत्ति जताई है.
सूर्यकांता व्यास
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CM गहलोत ने काम किया, उन्हें गाली नहीं दे सकती
विधायक व्यास ने कहा कि सीएम गहलोत की प्रशंसा उनके द्वारा 4.75 करोड रुपए समाज की कुलदेवी के लिए स्वीकृत किए थे. इसके लिए मैं उन्हें गाली तो नहीं दे सकती और मेरा धर्म बनता है कि मैं उन्हें धन्यवाद दूं. विपक्ष की पहली विधायक हूं, जिसने विधानसभा में खुलकर गहलोत सरकार के खिलाफ बोला है.
उन्होंने कहा कि सीएम ने बजट को जब श्रेष्ठ बताया था तो मैंने कहा था कि पहले पेट्रोल-डीजल पर वैट घटाकर महंगाई कम करें तो मैंने मुख्यमंत्री की आलोचना भी की है, लेकिन समाज के लिए उनके द्वारा दिए गए बजट को लेकर मैंने राजनीतिक सुचिता के तहत उन्हें धन्यवाद दिया है.
जब तक ज़िंदा हूँ चुनाव लड़ूंगी
आगामी विधासभा चुनाव लड़ने के सवाल पर विधायक व्यास ने कहा कि,मैंने कभी नहीं कहा कि यह मेरा अंतिम चुनाव है. मैं जब तक जिंदा हूं तब तक चुनाव लडूंगी तब तक किसी को टिकट लेने नहीं दूंगी हां यह बात पक्की है कि इस बार बीजेपी की सरकार आ रही है और मेरी इलेक्शन की पूरी तैयारी है 90% जनता मेरे साथ है और इस बार भी मैं चुनाव लडूंगी.
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