Hanumangarh Farmers Protest News: राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में किसानों का एक बड़ा आंदोलन बुधवार को उस समय हिंसक हो गया, जब टिब्बी के राठीखेड़ा गांव में बन रही एक एथेनॉल फैक्ट्री के विरोध में किसान महापंचायत के बाद बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी फैक्ट्री परिसर में घुस गए. प्रदर्शनकारियों ने फैक्ट्री की चारदीवारी को ट्रैक्टरों से तोड़ दिया, बड़े पैमाने पर तोड़फोड़ की और कई गाड़ियों को आगे के हवाले कर दिया. इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच भीषण झड़प हुई, जिसमें कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया समेत कई लोग घायल हो गए.
कैसे शुरू हुआ था विवाद?
तनाव की शुरुआत तब हुई जब दिन में किसानों की 'एथेनॉल फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति' और प्रशासन के बीच बातचीत विफल हो गई. किसान फैक्ट्री का निर्माण तुरंत रोकने के लिए लिखित आश्वासन की मांग कर रहे थे, जिसे प्रशासन ने देने से इनकार कर दिया. इसके बाद, शाम करीब 4 बजे, प्रदर्शनकारी फैक्ट्री की ओर कूच कर गए.
पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी
किसानों ने ट्रैक्टरों का इस्तेमाल कर निर्माणाधीन फैक्ट्री की बाउंड्री वॉल को गिरा दिया और परिसर में दाखिल हो गए. इसके बाद परिसर में पत्थरबाजी, तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई. गुस्साई भीड़ ने फैक्ट्री परिसर में खड़ी कम से कम 10 गाड़ियों में आग लगा दी, जिनमें एक जेसीबी मशीन, 7 कारें, दो मोटरसाइकिलें और एक सरकारी पुलिस जीप शामिल थी. कई निजी कारें भी जली हैं, जिनमें कथित तौर पर कुछ पुलिसकर्मियों की भी थीं.
पुलिस ने किया लाठीचार्ज, विधायक पूनिया घायल
प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा. पुलिस ने पहले आंसू गैस के गोले दागे और फिर लाठीचार्ज किया. इस लाठीचार्ज में संगरिया से कांग्रेस विधायक अभिमन्यु पूनिया घायल हो गए. पूनिया किसानों के समर्थन में महापंचायत में शामिल होने पहुंचे थे. उन्हें बाद में हनुमानगढ़ जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया.
इंटरनेट और बाजार बंद, स्कूलों में छुट्टी
उपद्रव के बाद प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए टिब्बी और आसपास के गांवों में शांति भंग होने की आशंका के चलते इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी हैं, साथ ही स्कूल और दुकानें बंद रखने का आदेश भी दिया गया.
जिला कलेक्टर और एसपी का बयान
देर रात, जिला कलेक्टर खुशाल यादव ने बयान जारी करते हुए कहा कि किसानों की भावनाओं को देखते हुए ही महापंचायत की अनुमति दी गई थी, लेकिन महापंचायत के बाद कुछ असामाजिक तत्वों ने फैक्ट्री परिसर को निशाना बनाया और कानून को अपने हाथ में लिया, जिन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने जनता से शांति बनाए रखने और कानून हाथ में न लेने की अपील की.
उधर, हनुमानगढ़ के एसपी हरीशंकर ने बवाल की पुष्टि करते हुए बताया, 'इथेनॉल प्लांट के खिलाफ महापंचायत हुई थी. कुछ लोगों ने फैक्ट्री की तरफ कूच कर तोड़फोड़ की. झड़प में 5 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और 7 लोगों को हिरासत में लिया गया है.' उन्होंने बवाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई की बात कही.
राजनीतिक बयानबाजी तेज
हनुमानगढ़ में हुई इस घटना के बाद राजस्थान की राजनीति में तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिली है.
- पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने पुलिस के बल प्रयोग की कड़ी निंदा करते हुए ट्वीट किया, 'भाजपा सरकार को किसानों से इतनी नफरत क्यों है? किसानों की आवाज को कांग्रेस हमेशा निडरता से उठाती रहेगी.'
- पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने विधायक अभिमन्यु पूनिया के घायल होने पर चिंता जताते हुए उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की और किसानों के अधिकारों की लड़ाई में साथ देने की बात कही.
- नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने मुख्यमंत्री भजनलाल के नेतृत्व वाली BJP सरकार पर 'संवेदनहीन' होने और आंदोलन को लाठी के दम पर कुचलने का प्रयास करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि सरकार कॉरपोरेट के दबाव में काम कर रही है और विकास एवं पर्यावरण के बीच संतुलन बनाने की जिम्मेदारी से भाग रही है.
- घायल विधायक अभिमन्यु पूनिया ने अस्पताल से संदेश दिया कि वह सकुशल हैं और इसे किसानों के हक के खिलाफ 'षडयंत्रपूर्ण हमला' बताया. उन्होंने कहा कि धमकी से उनकी शांतिपूर्ण लड़ाई रुकेगी नहीं.
किसान क्यों कर रहे एथेनॉल फैक्ट्री का विरोध?
यह विवाद ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड (चंडीगढ़ में पंजीकृत, 2020 में स्थापित) द्वारा लगाए जा रहे 40-मेगावाट के अनाज-आधारित एथेनॉल प्लांट को लेकर है. यह परियोजना भारत के एथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (EBP) कार्यक्रम का हिस्सा है. 'एथेनॉल फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति' से जुड़े किसानों की मुख्य चिंता 'भूमि अधिग्रहण' और 'क्षेत्र के भूजल स्तर पर फैक्ट्री के संचालन का नकारात्मक असर' होने को लेकर है. किसानों को डर है कि इस फैक्ट्री की वजह से पर्यावरण और स्थानीय आजीविका पर संभावित खतरा मंडराने लगेगा.
किसानों ने निर्माण रोकने का लिखित आदेश जारी न होने तक विरोध जारी रखने की घोषणा की है. वहीं, प्रशासन का कहना है कि वे संवाद के लिए तैयार हैं, लेकिन हिंसा और कानून हाथ में लेने को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. स्थिति पर नजर रखी जा रही है और अगले कदम पर प्रशासन की ओर से जल्द ही आधिकारिक वक्तव्य जारी किया जा सकता है.
Here Are The LIVE Updates of Hanumangarh Farmers Protest Violence
Hanumangarh Farmer Protest: गुरुवार को पूरे दिन विरोध प्रदर्शन में क्या-क्या हुआ
किसानों एवं स्थानीय नेताओं का कहना है कि मांगें पूरी होने तक वे निर्माणाधीन एथेनॉल कारखाने के खिलाफ प्रदर्शन जारी रखेंगे. हालांकि, गुरुवार सुबह बैठक के लिए इकट्ठा हो रहे किसानों एवं ग्रामीणों को पुलिस ने रोक दिया.
Hanumangarh Farmer Protest: संसद में उठा हनुमानगढ़ के एथेनॉल फैक्टरी का मुद्दा
संसद में भी एथेनॉल फैक्टरी का मुद्दा गुरुवार को उठाया गया. सांसद कुलदीप इंदौरा ने हनुमानगढ़ जिले के टिब्बी क्षेत्र में लग रही इथेनॉल फैक्टरी का मुद्दा आज लोकसभा में जोरदार तरीके से उठाया. उन्होंने कहा कि किसान लंबे समय से शांतिपूर्वक विरोध कर रहे हैं, लेकिन उनकी चिंताओं को अनसुना कर दमनकारी कार्रवाई की जा रही है. इंदौरा ने 10 दिसंबर को संगरिया विधायक अभिमन्यु पूनिया पर हुए लाठीचार्ज का उल्लेख करते हुए इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण बताया.
Hanumangarh Farmer Protest: कांग्रेस विधायक ने दी चेतावनी कहा- नहीं लगने देंगे एथेनॉल फैक्ट्री
हनुमानगढ़ किसान आंदोलन के दौरान पुलिस ने विधायक रूपीन्द्र कुन्नर समेत उनके 50 कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है. पुलिस प्रशासन के द्वारा करीब 2 घंटे तक विधायक और उनके कार्यकर्ताओं को पुलिस चौकी में रखा गया. विधायक रूपीन्द्र कुन्नर ने कहा, अगर वहां एथेनॉल की फैक्ट्री लगाई जाती है तो वहां काफी प्रदूषण फैलेगा और किसानों को भी इसका नुकसान उठाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि टिब्बी क्षेत्र के किसान पिछले डेढ़ साल से इस फैक्ट्री का विरोध कर रहे हैं मगर सरकार किसानों को अनदेखा कर रही है. उन्होंने कहा कि उनके द्वारा किसानों का समर्थन किया गया था किसानों का समर्थन करने पर पुलिस ने उन्हें और उनके कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है और जनता की आवाज को दबाने का प्रयास किया है. विधायक कुन्नर ने गिरफ्तारी के दौरान चेतावनी देते हुए कहा कि कांग्रेस किसी भी हाल में वहां एथेनॉल की फैक्ट्री को शुरू नहीं होने देगी.
Hanumangarh Farmer Protest: 17 तारीख को करेंगे कलेक्ट्रेट का घेराव
संघर्ष समिति के साथ राय कर संघर्ष समिति और अखिल भारतीय किसान सभा 17 तारीख तक कलेक्ट्रेट का घेराव करेंगे. मंगेज चौधरी ने कहा कि प्रशासन अभी भी हठधर्मिता कर रहा है समय रहते फैक्टरी के काम को रोक दें, नही तो हालात और बिगड़ेंगे ओर आंदोलन पूरे राजस्थान में फैलेगा. कल राजस्थान पुलिस ने ना केवल लाठीचार्ज बल्कि फायरिंग तक करने के प्रयास किये थे. गनीमत थी की हथियार जंग लगे हुए थे वरना सैकड़ों किसान को मौत के घाट उतार देते. 125 किसानों और किसान नेताओं पर जो जानलेवा हमले के झूठे मुकदमे दर्ज किए हैं उनकी हम निदा करते हैं. साथ ही ये कहना चाहते हैं हनुमानगढ़ के किसान मुकदमों से नहीं डरते, अब लड़ाई को ओर तेज करेंगे.
जिला कलेक्टर की लापरवाही किसानों से वार्ता करने से मना किया
अखिल भारतीय किसान सभा के जिला महासचिव मंगेज चौधरी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि बुधवार जो एथेनॉल फैक्टरी का जो घटना क्रम हुआ यह सिर्फ जिला कलेक्टर के लापरवाही के कारण हुआ है. जिला कलेक्टर की कंपनी मालिक के साथ आर्थिक सेटिंग को दर्शाता है. कल जो सब आपने देखा लगातार 3 बजे तक चीख-चीख कर वार्ता करने का न्योता का बोलते रहे जिला कलेक्टर दफ्तर में आराम फरमाते रहे, और कलेक्टर साहब ने लोकल अधिकारियों को स्पष्ट मना कर दिया कि कोई वार्ता नहीं होगी. फैक्टरी का काम बंद नहीं होगा उसके बाद गुस्साए किसान जब किसान फैक्टरी की ओर कूच कर गए कलेक्ट्रेट पूरा घटना कर्म बीत गया जब जाकर कलेक्टर महोदय टिब्बी पहुंचे अगर प्रशासन किसी भी किसान का ट्रैक्टर ओर किसान को गिरफ्तार करने की कोशिश की और परेशान करने की कोशिश की. जिले के सभी सरकारी दफ्तरों का घेराव किया जाएगा.
ADGP का आरोप बाहरी लोगों ने किसानों को भड़काया
टिब्बी के राठीखेड़ा में एथेनॉल फैक्ट्री में आगजनी के मामले में एडीजीपी वीके सिंह ने टिब्बी में प्रेस वार्ता की. जिसमें उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों ने काफी संयम बरता है. उन्होंने बाहरी लोगों पर किसानों को भड़काने का आरोप लगाया और किसानों को बाहरी लोगों के प्रभाव में नहीं आने की अपील की. वीके सिंह ने कहा कि राज्य सरकार किसानों की पूरी तरह हितैषी है. राज्य सरकार उद्योगों को बढ़ावा दे रहे हैं, ऐसे में एथेनॉल फैक्ट्री से स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा. वहीं एडीजीपी ने किसानों पर पुलिस द्वारा गोली चलाने के बात को नकारा है और कहा कि आधा दर्जन पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. वीके सिंह ने कहा कि बाहरी लोगों पर कार्रवाई की जाएगी. फैक्ट्री प्रबंधन और घायलों की तरफ से 100 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया है.
हनुमानगढ़ हिंसा पर मंत्री जोगाराम पटेल का बड़ा हमला, बताया 'प्रायोजित आंदोलन'
हनुमानगढ़ एथेनॉल फैक्ट्री विवाद पर संसदीय कार्य एवं विधि मंत्री जोगाराम पटेल ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है, और पूरे आंदोलन को 'प्रदूषित राजनीतिक उद्देश्य' से कराया गया प्रायोजित आंदोलन करार दिया है. मंत्री पटेल ने साफ कहा कि जिस फैक्ट्री का विरोध हो रहा है, उसे लगाने की अनुमति पिछली कांग्रेस सरकार ने ही दी थी, और अब वही लोग माहौल खराब कर रहे हैं, जो कांग्रेस की 'दोहरी नीति' को दर्शाता है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस आंदोलन को जानबूझकर सरकार के दो साल पूरे होने के समय चुना गया. पुलिस एक्शन पर पटेल ने कहा कि जब प्रदर्शनकारियों ने आग लगाकर और दीवार तोड़कर कानून हाथ में लिया, तो पुलिस को मजबूरी में उचित कदम उठाना पड़ा. मंत्री ने ज़ोर देकर कहा कि किसानों के मुद्दे पर राजनीति नहीं होनी चाहिए.
Hanumangarh Farmer Protest: मंत्री गोदारा का कांग्रेस पर बड़ा हमला, कहा- बातचीत के दरवाजे खुले हैं
हनुमानगढ़ हिंसा पर मंत्री सुमित गोदारा ने कांग्रेस पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने स्पष्ट किया कि टिब्बी में एथेनॉल फैक्ट्री लगाने की घोषणा और जमीन का इंडस्ट्रियल कन्वर्जन तत्कालीन कांग्रेस सरकार (2022) के समय हुआ था, और खुद कांग्रेस नेता तब इसे किसानों के लिए फायदेमंद बता रहे थे. गोदारा ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और गोविंद डोटासरा से सीधा सवाल किया कि उनके द्वारा लाए गए प्रोजेक्ट का विरोध अब कांग्रेस क्यों कर रही है? उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ कांग्रेस से जुड़े नेता किसानों को पानी के ज्यादा दोहन को लेकर गुमराह कर रहे हैं, जबकि MOU में ETP (एथेनॉल ट्रीटमेंट प्लांट) स्थापित करने का जिक्र है, जिससे पानी का अतिरिक्त दोहन या नुकसान नहीं होगा. मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि कल की घटना में राजस्थान से बाहर के लोग शामिल थे, और सरकार माहौल खराब नहीं होने देगी. साथ ही, उन्होंने कहा कि प्रशासन अभी भी किसानों से बात कर रहा है और सरकार की तरफ से बातचीत के दरवाजे हमेशा खुले हैं.
Hanumangarh Violence LIVE: विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर को पुलिस ने हिरासत में लिया
हनुमानगढ़ जाने की कोशिश कर रहे कांग्रेस विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर को पुलिस ने काफिले समेत घमुडवाली में रोककर हिरासत में लिया. पुलिस वैन में सभी को भरकर पुलिस थाने ले गई है.
Hanumangarh Violence LIVE: कांग्रेस विधायक कुन्नर का काफिला पुलिस ने घमुडवाली में रोका
हनुमानगढ़ टिब्बी के राठीखेड़ा में कल एथेनॉल फैक्ट्री निर्माण को लेकर किसानों और पुलिस के बीच तीखा संघर्ष हुआ था, जिसमें किसानों ने कई वाहनों में आगजनी कर दी थी और पुलिस ने लाठीचार्ज कर हालात काबू में किए थे.
इसी घटना के विरोध में आज कांग्रेस जिलाध्यक्ष एवं विधायक रूपिंदर सिंह कुन्नर किसानों के साथ बड़े वाहनों के काफिले में राठीखेड़ा की ओर कूच पर निकले. लेकिन घमुडवाली के पास भारी पुलिस जाब्ते ने काफिले को रोक लिया.
रोक-टोक के दौरान माहौल गरमा गया और विधायक कुन्नर सहित कई किसानों ने बैरिकेट तोड़ते हुए आगे बढ़ने की कोशिश की.
मौके पर लगातार नारेबाजी जारी है और हालात तनावपूर्ण बने हुए हैं.
Hanumangarh Farmers Protest LIVE: व्यपारियों ने खोलीं दुकानें, गुरुद्वारें में इकट्ठा हो रहे किसान
तिब्बी और रथीखेड़ा में पुलिस, आरएसी और होम गार्ड के अतिरिक्त कर्मियों को तैनात किया गया है. हालांकि गुरुवार को दुकानें फिर से खुल गईं और स्थिति शांत प्रतीत हुई, लेकिन किसान गुरुद्वारे में इकट्ठा होते रहे. आगे की कार्रवाई तय करने के लिए दोपहर में किसानों की बैठक निर्धारित है. घायल महिलाओं सहित प्रदर्शनकारियों ने रात गुरुद्वारा सिंह सभा में बिताई.
Hanumangarh Protest LIVE: हिंसक झड़प के बाद 30 परिवारों ने किया पलायन
पीटीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फैक्ट्री स्थल के पास रहने वाले लगभग 30 परिवार कथित तौर पर डर के मारे अपने घर छोड़कर चले गए हैं.
Hanumangarh Violence LIVE: 'सहमति के बिना कारखाना नहीं चलने देंगे'
किसान समूहों ने कहा कि पर्यावरण मंजूरी और स्थानीय निवासियों की सहमति के बिना कारखाने को चलने नहीं दिया जाएगा.
इस बीच, चंडीगढ़ में पंजीकृत कंपनी ड्यून इथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड, जो अनाज आधारित इथेनॉल संयंत्र स्थापित कर रही है, का कहना है कि यह परियोजना केंद्र सरकार के इथेनॉल ब्लेंडेड पेट्रोल (ईबीपी) कार्यक्रम का समर्थन करेगी.
किसान समूहों और प्रशासन के बीच बातचीत आज बाद में शुरू होने की उम्मीद है.
Hanumangarh Farmers Protest LIVE: 'हनुमानगढ़ में हुए बवाल के लिए प्रशासन जिम्मेदार'
कांग्रेस नेता शबनम गोदारा ने आरोप लगाया कि हिंसा के लिए प्रशासन ही जिम्मेदार है. उन्होंने कहा, 'किसानों ने सिर्फ निर्माण कार्य रोकने का लिखित आश्वासन मांगा था. प्रशासन ने उनकी जायज चिंताओं को दूर करने के बजाय उन्हें उकसाया. उन्होंने सिर्फ रोजगार के वादे करके लोगों को गुमराह किया.'
उन्होंने आगे कहा कि किसान अपनी मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रखेंगे.
Hanumangarh Protest LIVE: 'महिला समेत 70 से अधिक लोग घायल'
फैक्ट्री हटाओ संघर्ष समिति के नेता रवजोत सिंह ने दावा किया है कि झड़पों में महिलाओं समेत 70 से अधिक लोग घायल हुए हैं. 100 से अधिक किसान गुरुद्वारे में रात भर रुके और आज सुबह और भी लोग आ रहे हैं.
Hanumangarh Farmers Protest LIVE: फैक्ट्री प्रबंधन का दावा- ZLD तकनीक से प्रदूषण होगा 'जीरो'
ड्यून एथेनॉल प्राइवेट लिमिटेड के महाप्रबंधक जेपी शर्मा ने प्रदूषण की आशंकाओं को निराधार बताते हुए कहा कि फैक्ट्री अत्याधुनिक तकनीकों पर आधारित होगी. फैक्ट्री ZLD प्रणाली पर चलेगी. इसका मतलब है कि कोई भी दूषित जल बाहर नहीं छोड़ा जाएगा, बल्कि पूरे पानी को रीसाइकिल करके पुनः उपयोग किया जाएगा. धुआं ऊपरी वातावरण में छोड़ा जाएगा. राख का उपयोग ईंट भट्टों, लैंड फिलिंग और कृषि उर्वरक में किया जाएगा. यह प्लांट किसानों से लगभग ₹1000 करोड़ की मक्का और चावल खरीदेगा. पराली की खरीद से किसानों को अतिरिक्त आय होगी और करीब 5000 लोगों को रोजगार मिलेगा. प्रदूषण की निगरानी का ऑनलाइन डेटा और सीसीटीवी कैमरे सीधे प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सर्वर से जुड़े रहेंगे.
Hanumangarh Violence LIVE: हनुमानगढ़ में हुए बवाल पर सरकार की प्रतिक्रिया
राज्य मंत्री झबर सिंह खारा ने एथेनॉल फैक्ट्री के विरोध प्रदर्शनों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'समस्या एथेनॉल फैक्ट्री से नहीं है. एक बार यह स्थापित हो जाए, तो गंगानगर और हनुमानगढ़ में कच्चे माल का भरपूर उत्पादन होगा. किसानों को उनकी फसलों का अच्छा दाम मिलेगा और प्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा होंगे. विपक्षी दल किसी भी हालत में तीव्र विकास नहीं चाहते. विकास में बाधा डालने के लिए वे ऐसे प्रयास कर रहे हैं, आम जनता को गुमराह कर रहे हैं और उन्हें आंदोलन के लिए उकसा रहे हैं.'
Hanumangarh Farmers Protest LIVE: ये एशिया की सबसे बड़ी एथेनॉल फैक्ट्री, 15 महीने से चल रहा विरोध
हनुमानगढ़ के टिब्बी स्थित राठीखेड़ा रोही में लगभग ₹450 करोड़ की लागत से एशिया की सबसे बड़ी एथेनॉल फैक्ट्री बन रही है. स्थानीय किसान और ग्रामीण पिछले करीब 15 महीने से 'प्रदूषण फैलने की आशंका' के चलते इसका विरोध कर रहे थे. बीती 18 नवंबर को पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को खदेड़ भी दिया था और धारा 163 लगा दी थी. मगर, इस सब के बावजूद फैक्ट्री की चारदीवारी का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया. निर्माण कार्य में कोई बाधा न आए इसलिए मौके पर बॉर्डर होमगार्ड की दो बटालियन तक तैनात कर दी गई थीं.
Hanumangarh Violence Key Highlights: 10 प्वाइंट्स में समझें हनुमानगढ़ में हुई हिंसक झड़प की पूरी कहानी
- किसान टिब्बी के राठीखेड़ा में प्रस्तावित एथेनॉल फैक्ट्री के निर्माण का विरोध कर रहे हैं.
- प्रशासन द्वारा निर्माण कार्य रोकने का लिखित आश्वासन न दिए जाने के बाद, किसानों ने महापंचायत से फैक्ट्री की ओर कूच किया.
- प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टरों से फैक्ट्री की बाउंड्री वॉल गिराई और परिसर में प्रवेश किया. इसके बाद आगजनी हुई.
- आगजनी में 10 कारें (7 निजी, 3 अन्य), कई बाइक, एक पुलिस जीप और एक जेसीबी जलकर राख हो गईं.
- भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया.
- जिला कलेक्टर खुशाल यादव ने कहा कि महापंचायत की अनुमति किसानों की भावनाओं का सम्मान करते हुए दी गई थी. फैक्ट्री परिसर को टारगेट करने वाले 'असामाजिक तत्वों' पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
- एसपी हरीशंकर ने कहा कि बवाल करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होगी. झड़प में 5 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. 7 किसानों को हिरासत (डिटेन) में लिया गया है.
- विरोध के बाद टिब्बी और आसपास के गांवों में इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गईं और स्कूल व दुकानें बंद करने के आदेश दिए गए.
- कांग्रेस और आरएलपी ने किसानों पर हुए लाठीचार्ज को मुद्दा बनाते हुए राजस्थान सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.
- राज्य मंत्री झबर सिंह खारा ने पहली प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि समस्या फैक्ट्री की नहीं है, बल्कि विपक्ष परेशानी खड़ी कर रहा है.
Rajasthan Farmers Protest Updates: झड़प में घायल पुलिसकर्मियों की पहली तस्वीर आई सामने
हनुमानगढ़ में बुधवार शाम हुई किसानों से झड़प में 5 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. इनमें से कुछ घायलों की पहली तस्वीर सामने आई है. एक तस्वीर में पुलिसकर्मी के सिर पर गहरी चोट लगी हुई दिख रही है. जबकि दूसरे पुलिसकर्मी के चेहरे पर चोटों के निशान हैं.
Hanumangarh Violence LIVE Update: हनुमानगढ़ में इस वक्त कैसे हैं हालात?
हनुमानगढ़ में कल शाम किसानों और पुलिस के बीच हुई झड़प के बाद फिलहाल हालात सामान्य हैं. आदेश के मुताबिक, टिब्बी में इंटरनेट सेवा को बंद रखा गया है. गुरुवार को न कोई दुकान खुली है, न ही स्कूल. सिक्योरिटी काफी टाइट है. पुलिस पूरी कोशिश कर रही है कि कल जैसी घटना दोबारा न हो.
कल रात बीकानेर रेंज के आईजी ने भी मौके का जायजा लिया है. सूत्रों के मुताबिक, पुलिस उन असामाजिक तत्वों की तलाश कर रही है, जिन्होंने भीड़ को उकसाने का काम किया.
कलेक्टर खुशाल यादव बोले: कानून हाथ में लेने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई
कलेक्टर ने देर रात एक बयान जारी कर कहा कि किसानों की भावना का सम्मान है, लेकिन फैक्ट्री परिसर को टारगेट करने वाले असामाजिक तत्वों पर कार्रवाई होगी.
बता दें कि इस बवाल में 10 गाड़ियां जलीं, 5 पुलिसकर्मी घायल हुए और 7 किसान हिरासत में लिए गए हैं.