Rajasthan News: राजस्थान की एकमात्र ट्रांसजेंडर वकील रवीना सिंह ने बस में टिकट को लेकर हुए विवाद पर अपना वीडियो जारी किया है. उन्होंने कहा कि यह केवल एक टिकट का मुद्दा नहीं है, बल्कि ट्रांसजेंडर समुदाय के अधिकारों और सुरक्षा से जुड़ा गंभीर प्रश्न है. रवीना सिंह ने अपने बयान में कहा कि जयपुर से जोधपुर की 350 किलोमीटर से अधिक दूरी की यात्रा के दौरान दूदू में टिकट को लेकर कंडक्टर ने उनके साथ बहस की थी.
उन्होंने सवाल उठाया कि यदि यात्रा के दौरान कोई अनहोनी होती है तो सरकारी आंकड़ों में केवल पुरुष और महिला को गिना जाता है, ट्रांसजेंडर को नहीं. वो कोई टिकट नहीं, वो एक जगह से दूसरी जगह जाने का लाइफ इंश्योरेंस होता है, उन्होंने यह भी कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने ट्रांसजेंडर समुदाय को तीसरे लिंग का अधिकार दिया है, इसलिए वह अपने कानूनी अधिकारों के अनुसार टिकट लेना चाहती हैं.
''मेरे अधिकारों के लिए लड़ रही हूं''
साथ ही कहा कि मैं मेरे अधिकारों के लिए लड़ रही हूं, मेरे समाज के लिए लड़ रही हूं, और मैं यह 'नौटंकी' जिंदगी भर करती रहूंगी. रवीना सिंह ने राज्य और केंद्र सरकारों पर समुदाय के मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि ट्रांसजेंडर समुदाय के लिए आज भी अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य सुविधाएं और आवास योजनाएं उपलब्ध नहीं हैं.
''हमारे समुदाय के लिए ठोस कदम उठाए जाएं''
सरकारें केवल हमें वोटर की तरह इस्तेमाल कर रही हैं. आने वाले बजट में हमारे समुदाय के लिए ठोस कदम उठाए जाएं. रवीना ने कहा कि ट्रांसजेंडर नागरिक भी इस देश के उतने ही हकदार हैं जितने अन्य नागरिक हैं. हम जैसे हैं वैसे ही दिखते हैं, हम सुप्रीम कोर्ट की संतान हैं.
(सोनू गंगवाल)