
Mayor Munesh Gurjar: जयपुर हेरीटेज मेयर मुनेश गुर्जर को कल (23 सितंबर) तीसरी बार निलंबित किया गया. उन्हें पार्षद पद से भी निलंबित किया गया है. मुनेश गुर्जर वार्ड-43 से पार्षद थीं. सरकार अब न्यायिक जांच करवाएगी. यूडीएच मिनिस्टर झाबर सिंह खर्रा ने एक दिन पहले (22 सितंबर) ही बता दिया था. झाबर सिंह खर्रा का बयान सच साबित हुआ.
आज नया मेयर मिलने की संभावना
यूडीएच मिनिस्टर ने कहा कि 24 घंटे में नया महापौर मिल जाएगा.उन्होंने कहा कि मुनेश गुर्जर डाल डाल रहीं तो हम पात पात रहे. अब पार्षद और जनप्रतिनिधि से बातचीत करके कार्यवाहक महापौर बनाएंगे.
यूडीएच मंत्री ने एक दिन पहले ही दिया था बयान
यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा कल रविवार (22 सितंबर) झुंझुनूं के सूरजगढ़ के दौरे पर पहुंचे थे. जयपुर हेरिटेज मेयर मुनेश गुर्जर के निलंबन पर कहा कि सोमवार (23 सितंबर) को आपको खबर मिल जाएगी. उन्होंने कहा था कि सरकार ने अपने स्तर पर पूरी तैयारी कर ली है. सोमवार (23 सितंबर) को मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया जाएगा. सोमवार (23 सितंबर) को मुनेश गुर्जर को निलंबित कर दिया गया.
रिश्वत मामले में मुनेश के पति गिरफ्तार
ACB ने 4 अगस्त 2023 को नगर निगम हेरिटेज की मेयर मुनेश गुर्जर के घर छापा मारा था. मुनेश के पति सुशील गुर्जर को 2 लाख रुपए कि रिश्वत मांगने के आरोप में गिरफ्तार किया था. सुशील गुर्जर पर आरोप था कि पट्टे जारी करवाने के लिए दो दलालों के जरिए रिश्वत मांगी गई थी. सुशील के साथ दलाल नारायण सिंह और अनिल दुबे को भी गिरफ्तार किया था. एसीबी ने मेयर के घर से तलाशी में पट्टे की फाइल मिली थी. इसके साथ ही 40 लाख रुपए भी मिले थे. नारायण सिंह के घर से भी 8.95 लाख रुपए मिले थे.
अब तक ऐसे चला घटनाक्रम
- 4 अगस्त 2023 को एसीबी ने छापा मारा.
- 5 अगस्त को स्वायत्त शासन विभाग ने मुनेश गुर्जर को मेयर और पार्षद पद से निलंबित कर दिया.
- 23 अगस्त को मुनेश को कोर्ट से राहत मिली और मुनेश महापौर की कुर्सी पर फिर बैठ गईं.
- 1 सितंबर को राज्य सरकार ने मुनेश गुर्जर को निलंबित करने का फैसला वापस ले लिया.
- 22 सितंबर को फिर निलंबित किया गया था .
- 26 सितंबर को मुनेश गुर्जर ने हाईकोर्ट में चुनौती दी थी दिसंबर 2023 में फिर मेयर बन गई.
यह भी पढ़ें: राजस्थान में सरकार ने किया 183 RAS अधिकारियों का तबादला, रातों रात नई पोस्टिंग वाले स्थान पहुंच रहे अधिकारी