
Rajasthan News: जयपुर पश्चिम जिले की करधनी थाना पुलिस ने एक बड़े वाहन ठगी के मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने फर्जी आईडी से गाड़ी लेकर बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. इस गिरोह के सदस्य महंगे वाहनों को फर्जी दस्तावेजों के जरिए रेंट पर लेकर नशा तस्करों को बेचते थे.
पीड़ित रोजन सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि उसकी स्कॉर्पियो और एन कार किराए पर लेकर वापस नहीं की गई. जांच में सामने आया कि आरोपी मोहित सोनी ने मनीष यादव के नाम से फर्जी आईडी का प्रयोग किया. पूछताछ में खुलासा हुआ कि मनीष यादव, जयवंत यादव के इशारे पर काम करता था, जो इस समय अलवर जेल में बंद है.

पुलिस ने दो गाड़ियों को किया जब्त.
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गैंग के 5 सदस्यों की हुई पहचान
गिरोह के 5 सदस्यों की पहचान की गई है, जिनमें मनीष यादव, सागर यादव, अमन यादव, एक महिला सदस्य और विष्णु कुमार शामिल हैं. पुलिस ने दो कारें जब्त कर ली हैं और आगे की जांच में जयवंत यादव के सीकर, अलवर और जयपुर से कनेक्शन की पड़ताल की जा रही है.
जेल में बंद सरगना चला रहा था गिरोह
पुलिस जांच में सामने आया है कि वाहन ठगी की यह योजना जेल में बंद गिरोह के सरगना जयवंत यादव द्वारा संचालित की जा रही थी. जयवंत यादव के इशारे पर गिरोह के सदस्य फर्जी दस्तावेजों के जरिए महंगे वाहन किराए पर लेकर नशा तस्करों को बेचते थे.
पुलिस की कार्रवाई
करधनी थाना पुलिस ने गिरोह के 5 सदस्यों को गिरफ्तार किया है और दो कारें जब्त की हैं. पुलिस आगे की जांच में जयवंत यादव के सीकर, अलवर और जयपुर से कनेक्शन की पड़ताल कर रही है. पुलिस का कहना है कि इस मामले में और भी लोग शामिल हो सकते हैं, जिनकी पहचान की जा रही है.
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