
Rajasthan Fake IAS: राजस्थान में पहले भी फर्जी पुलिस अधिकारी का मामला सामने आया है. वहीं इस बार फर्जी IAS अधिकारी पकड़े जाने का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि आरोपी ने फर्जी IAS अधिकारी बनकर विधानसभा और सचिवालय में सरकारी नौकरी लगवाने के नाम पर 70 लाख रुपये की ठगी की थी. वहीं इस मामले में मुरलीपुरा थाना में मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद आरोपी की तलाश करते हुए जयपुर पुलिस यूपी से गिरफ्तार किया है. इसके लिए विशेष टीम का गठन किया गया था.
विशेष टीम ने यूपी के आगरा के रहने वाले दीपक जैन उर्फ आरके अग्रवाल को डिटेन किया है. जिसके बाद अनुसंधान प्रकरण संख्या 350/23 धारा 420.406,407,408,471,201 व 120बी IPC में गिरफ्तार किया गया है.
सेना के रिटायर्ड फौजी ने दर्ज कराया था केस
बताया जाता है कि भारतीय सेना से रिटायर्ड मान सिंह ने केस दर्ज करवाया था. जिसमें कहा गया था कि उसका भाई प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहा था. इस बीच वह अनिल कुमार मीणा के संपर्क में आया, इसके बाद उसने कमल किशोर मीणा उर्फ मोंटू मीणा और सुनित शर्मा से संपर्क करवाया जो मुरलीपुरा में परमहंस कॉलोनी में रहते थे. उन लोगों ने विधानसभा और सचिवालय में सरकारी नौकरी में बताते हुए अपनी ऊंची पहुंच से नौकरी लगाने का झांसा देकर 14 लड़कों से 70 लाख रुपये हड़प लिये. इतना ही नहीं विधानसभा के नाम पर फर्जी कॉल लेटर जारी कर धोखाधड़ी की गई.
पूरा गैंग कर रहा था काम
विधानसभा और सचिवालय में नौकरी लगाने के लिए गिरोह काम कर रहा था, जिसका मुख्य सरगना सुनित शर्मा और मोन्टू मीणा था. इन लोगों ने इंटरव्यू लेने के लिए फर्जी IAS अधिकारी और फर्जी डॉक्टर को हायर किया था. गिरोह के सरगनाओं द्वारा प्रत्येक छात्र से 6-6 लाख रूपये परिवादी से कुल 70 लाख रूपये वसूल कर फर्जी कॉल लेटर जारी कर कथित आईएएस अधिकारी दीपक जैन उर्फ आरके अग्रवाल एवं डॉक्टर राजेन्द्र कुमार उर्फ रामलाल मीणा से मिलाया गया.
अब इस पूरे मामले में पुलिस जांच कर रही है. वहीं गिरोह के मुख्य सरगना सुनित शर्मा उर्फ अभिषेक व मोन्टू मीणा को पूर्व में SOG द्वारा गिरफ्तार किया जा चुका है.
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