Rajasthan News: राजस्थान के जैसलमेर में हुए बस अग्निकांड ने पूरे देश को झकझोर दिया है. इस भीषण हादसे में अब तक 22 लोगों की जान जा चुकी है. इस घटना ने बसों में सुरक्षा मानकों की पोल खोल दी है. जांच में सामने आया कि जिस बस में आग लगी, उसकी बॉडी जोधपुर के पास मोगरा में जैनम कोच क्राफ्टर्स वर्कशॉप में तैयार की गई थी. एनडीटीवी की टीम ने इस वर्कशॉप का दौरा कर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
बस की बॉडी बनाने की प्रक्रिया
जैनम कोच क्राफ्टर्स में बस का निर्माण चेसिस से शुरू होता है. पहले लोहे का फ्रेम तैयार किया जाता है, फिर उस पर सीटें, केबिन और अन्य ढांचा बनाया जाता है. इस वर्कशॉप में इलेक्ट्रिक वायरिंग से लेकर केबिन तक का काम होता है. हादसे के बाद परिवहन विभाग ने वर्कशॉप में मौजूद 66 बसों को सीज कर दिया है. जांच पूरी होने तक ये बसें यहीं रहेंगी.
इमरजेंसी गेट पर फिर उठे सवाल
एनडीटीवी की टीम ने वर्कशॉप में उसी मॉडल की बसों की जांच की. बस में एक संकरा गलियारा है, जिससे यात्रियों का आना-जाना होता है. सामान्य प्रवेश द्वार के अलावा एक पीछे और दाहिनी ओर इमरजेंसी गेट है. लेकिन यह गेट सीटों के बीच से होकर गुजरता है, जिससे आपात स्थिति में बाहर निकलना मुश्किल लगता है. फॉरेंसिक विशेषज्ञों ने बताया कि सभी गेटों को इमरजेंसी एग्जिट की तरह काम करना चाहिए, जो बाहर की ओर खुलें. लेकिन इस बस का पार्टीशन गेट अंदर की ओर खुलता है, जो नियमों के खिलाफ है.
एसी और वायरिंग में खामियां
बस का रजिस्ट्रेशन नॉन-एसी वाहन के रूप में हुआ था, लेकिन बाद में इसमें एसी लगाया गया. विशेषज्ञों ने एसी के लोड और वायरिंग पर भी सवाल उठाए हैं. एसी की वजह से बिजली का लोड बढ़ा, जिसकी जांच अभी चल रही है. इमरजेंसी गेट का आकार भी मानकों के अनुरूप नहीं है, जिसके लिए नक्शा और पैमाना मंगवाया जाएगा.
परिवहन विभाग की कार्रवाई
जोधपुर के जिला परिवहन अधिकारी पी आर जाट ने बताया कि जैनम कोच क्राफ्टर्स में 66 बसों को सीज किया गया है. क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी आकांक्षा बैरवा की अगुवाई में जांच चल रही है. सभी बसों पर जीआई टैगिंग की गई है. अगर अन्य बसों में भी खामियां पाई गईं, तो सख्त कार्रवाई होगी.
सुरक्षा मानकों की अनदेखी
यह हादसा बसों में सुरक्षा मानकों की अनदेखी का नतीजा है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगर गेट बाहर की ओर खुलते और इमरजेंसी एग्जिट सही होते, तो शायद इतना बड़ा नुकसान नहीं होता.
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