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ट्रेन में कंबलों पर मिलेगा कवर, देश में जयपुर से हुई शुरुआत; राजस्थान के 65 स्टेशनों को भी मिला तोहफा

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जयपुर के खातीपुरा स्टेशन पर कहा कि यह नई शुरुआत यात्रियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने का प्रयास है.

ट्रेन में कंबलों पर मिलेगा कवर, देश में जयपुर से हुई शुरुआत; राजस्थान के 65 स्टेशनों को भी मिला तोहफा
खातीपुरा रेलवे स्टेशन पर अश्विनी वैष्णव
@PIBJaipur

भारत में ट्रेन पूरे देश को जोड़नेवाला यातायात का एक अहम साधन है. एक अनुमान है कि भारत में रेलमार्ग से प्रतिदिन औसतन 2 करोड़ यात्री सफर करते हैं. पिछले वर्ष त्योहारों के मौसम में 4 नवंबर को रेलवे ने रिकॉर्ड बनाया था जब एक ही दिन में 3 करोड़ से ज़्यादा यात्रियों ने ट्रेनों से सफ़र किया था. इनमें 19 लाख से ज़्यादा यात्री ऐसे थे जिन्होंने रिज़र्व टिकट लेकर लंबी दूरी की यात्राएं की थीं. लेकिन लंबी दूरी की यात्राएं करनेवाले यात्रियों के मन में अक्सर रेलवे की सुविधाओं को लेकर सवाल रहते हैं. इनमें से एक चिंता ट्रेनों में दिए जानेवाले कंबलों को लेकर भी रहती है. लेकिन अब रेल विभाग ने कंबलों की चिंता को दूर करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है.

ट्रेन में कंबलों को लेकर संदेह

रेलवे में दिए जानेवाले कंबलों को लेकर अक्सर उनकी हाइजीन या सफाई को लेकर चिंता जताई जाती है. एक ही कंबल का अनेक यात्री इस्तेमाल करते हैं जिससे कई यात्रियों के मन में उनके इस्तेमाल करने को लेकर संदेह रहता है. इसी को ध्यान में रखकर रेलवे ने अब कंबलों पर कवर लगाने की व्यवस्था शुरू की है. इसे प्रयोग के तौर पर सबसे पहले राजस्थान की राजधानी जयपुर से रवाना हुई एक ट्रेन से शुरू किया गया.

आज, 16 अक्टूबर को जयपुर के दौरे पर आए केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जयपुर के खातीपुरा रेलवे स्टेशन से यात्रियों को कंबल पर कवर देने की शुरुआत की. अश्विनी वैष्णव ने जयपुर से अहमदाबाद रवाना हुई ट्रेन में यात्रियों को प्रिंटेड लिनेन कंबल कवर दिए.

जयपुर-अहमदाबाद ट्रेन से शुरुआत

इस मौके पर अश्विनी वैष्णव ने कहा कि यह नई शुरुआत यात्रियों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाने का प्रयास है. वैष्णव ने कहा,"रेलवे में कंबल का व्यवहार वर्षों से होता रहा है, लेकिन यात्रियों के मन में एक संशय होता था. उसे दूर करने के लिए आज से कंबल पर कवर की व्यवस्था आज जयपुर से एक गाड़ी से पायलट के तौर शुरू की गई है. अगर यह कामयाब रहता है तो इसे पूरे देश में फैलाया जाएगा."

65 रेलवे स्टेशनों को मिली सौगात

रेल मंत्री ने साथ ही कहा कि यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के उद्देश्य से छोटे स्टेशनों पर भी सुविधाएं बढ़ाने की कोशिश की जा रही थी. जैसे, प्लेटफॉर्म की ऊंचाई बढ़ाना, उनकी लंबाई बढ़ाना, कोच और ट्रेन संख्या की जानकारी देने के लिए साइनबोर्ड बनाने जैसी सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा था. इसी के तहत आज से राजस्थान के 65 छोटे और बहुत छोटे रेलवे स्टेशनों पर बेहतर सुविधाओं की शुरुआत की गई है. ये सारे स्टेशन राजस्थान के लगभग सभी रेल मंडलों में आते हैं, जिनमें जयपुर, जोधपुर, बीकानेर और अजमेर मंडल शामिल हैं.

अश्विनी वैष्णव ने कहा,"कई स्टेशन ऐसे हैं जहां इस तरह के कामों के बारे में कभी किसी ने सोचा भी नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने हमें प्रेरणा दी है कि हमें छोटे से छोटे स्टेशन पर भी ध्यान देना है."

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