कोटपूतली के कांसली गांव में रविवार देर रात एक ऐसी कार्रवाई हुई, जिसने पूरे इलाके में हलचल मचा दी. कई दिनों से यूरिया की भारी कमी से परेशान किसान सरकारी समितियों के चक्कर काट रहे थे. लाइनें लग रही थीं, लेकिन खाद मिलना मुश्किल था. इसी बीच एक घर में बड़ी मात्रा में खाद छिपाकर रखने का मामला सामने आया.
रात 8 बजे मारा छापा
लगातार मिल रही शिकायतों और एक पुख्ता सूचना पर कृषि विभाग की टीम रात करीब 8 बजे कांसली पहुंची. टीम को बताया गया था कि एक खास घर में कई दिनों से रात के समय गाड़ियों की आवाजाही हो रही है, और वहां खाद के कट्टों की ढुलाई की जा रही है. टीम घर तक पहुंची तो आरोपी अवधेश को खबर मिल गई, और वह मौके से भाग निकला. लेकिन, उसके फरार होने से पहले पूरा खेल सामने आ चुका था. घर के अंदर अलग ही व्यवस्था थी.
146 कट्टे यूरिया निकले
जब विभाग ने गिनती की तो 146 यूरिया के कट्टे निकले. इसके अलावा 10 कट्टे एनपीके खाद भी बरामद हुई. किसानों ने बताया कि यह पूरा स्टॉक हरियाणा से लाया जा रहा था. वहां खाद आसानी से मिल जाती है, जिसे यहां लाकर दोगुने दामों में बेचते थे. किसान बताते हैं कि आरोपी 500 से 550 रुपये तक प्रति कट्टा वसूल रहा था, जबकि सरकारी दर इससे काफी कम है.
रात 2 बजे तक छापेमारी चली
कृषि विभाग के अतिरिक्त निदेशक ईश्वर लाल यादव रात को ही कांसली पहुंचे. उनके साथ संयुक्त निदेशक लीलाराम जाट, सहायक निदेशक रामजी लाल यादव, सहायक निदेशक राकेश यादव, कृषि अधिकारी लक्ष्मण सिंह, एसीओ रमेशचंद मीणा और कृषि अधिकारी रेनू चौधरी भी मौके पर मौजूद रहे. छापेमारी देर रात दो बजे तक चली.
सहकारी समिति में जमा कराया खाद
बरामद खाद को क्रय-विक्रय सहकारी समिति कोटपूतली में जमा करा दिया गया है. कृषि विभाग अब सरूंड थाने में आरोपी अवधेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की प्रक्रिया में है. पुलिस इस बात की जांच करेगी कि क्या यह काम अकेले किया जा रहा था या इसके पीछे पूरा नेटवर्क काम कर रहा है.
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