
Pannchayat tughlaqi farman: जालोर में जाति पंचायत ने 55 परिवारों का हुक्का-पानी बंद करने का फरमान जारी किया. इस परिवारों के किसी भी शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में रोक लगाई गई है. यहां तक कि किसी व्यक्ति की मौत होने के बाद उसके यहां शामिल होने पर भी अनुमति नहीं रहेगी. साथ ही पंचायत ने चेतावनी भी दी है कि किसी से शिकायत की तो समाज से बाहर कर दिया जाएगा और आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा. इस संबंध में बागरा पुलिस थाने में परिवाद दिया गया है.
जमीन विवाद में पंच-पटेल बना रहे दबाव
एक ही परिवार के दो धड़ों के बीच काफी समय से मंदिर की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है. काफी समय बीत जाने के बाद भी जमीन को लेकर दोनों धड़ों के बीच राजीनामा नहीं हो पाया. इसी को लेकर पंच-पटेलों द्वारा अनाराम, थानाराम, मंछाराम और शंकरलाल पर दबाव बनाया जाता है.
मौका पाकर फिर उठाया मुद्दा
अनाराम की दो छोटी बेटियों की तीन महीने बाद शादी होने वाली है. इसी के चलते परिवार परेशान है. क्योंकि यह समारोह पंच-पटेलों को मौके की तरह दिखाई दे रहा है. ऐसे में उन्होंने जमीन के विवाद को एक बार फिर छेड़ दिया है. पंच-पटेलों ने कहा है कि या तो जमीन का विवाद सुलझा लिया जाए या फिर इन 55 परिवारों को फिर से बहिष्कृत कर दिया जाए. उन्होंने अपने पक्ष के करीब 150 परिवारों को चेताया है कि जमीन का विवाद नहीं सुलझा तो अनाराम की बेटियों की शादी में कोई नहीं जाएगा. यदि कोई शादी प्रोग्राम में हिस्सा लेगा तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा.
ऐसे सामने आया विवाद
इस मामले के पीछे वजह बताई गई कि अनाराम की बड़ी बेटी की शादी 2016 में हुई थी, जिसमें पंच-पटेलों समेत करीब 150 परिवार शामिल नहीं हुए. लेकिन 2017 में फिर से गांव के सभी 200 परिवार एक दूसरे के कार्यक्रमों में शामिल होने लग गए. 4 जून 2025 को सियाणा स्थित अरठवाड़ी के सारणेश्वर महादेव मंदिर में भजन संध्या का आयोजन किया गया, जिसमें पीड़ित परिवारों को नहीं बुलाया गया और पुराना मामला फिर सामने आ गया.
थाना अधिकारी बोले- रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई
बागरा थाना अधिकारी मोहनलाल गर्ग ने बताया कि मामले को लेकर थाने में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई गई है. कुछ लोगों ने एसपी को परिवाद दिया है, जिसमें पंच-पटेलों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई है. मामले में पंच चेताराम माली, हकाराम, नारायणलाल, देवाराम माली, नेनाराम माली, नारायणलाल, वीनाराम माली और देशाराम के खिलाफ कार्रवाई की मांग की जा रही है.