
Rajasthan News: जोधपुर के बेलवा गांव में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. ग्राम पंचायत बेलवा का पटवारी दीपक शर्मा, जो अपने पटवार घर में बैठकर आम लोगों के दस्तावेजों का काम करता था, उस दिन खुद कानून के शिकंजे में फंस गया. ACB को शिकायत मिली कि पटवारी दीपक शर्मा ने म्यूटेशन (जमीन के नामांतरण) के काम के लिए 2000 रुपये की रिश्वत मांगी है. इसकी जानकारी मिलते ही ACB की टीम हरकत में आ गई.
एसीबी ने बिछाया जाल
इस टीम नेतृत्व इंस्पेक्टर मनीष चौधरी कर रहे थे, उन्होंने एक जाल बिछाया और पूरी योजना के साथ कार्रवाई शुरू की. ACB की टीम चुपके से बेलवा के पटवार घर पहुंची. जैसे ही दीपक शर्मा ने शिकायतकर्ता से 2000 रुपये की रिश्वत ली, ACB की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. पटवार घर, जो आमतौर पर दस्तावेजों और कागजी कार्रवाई का गवाह बनता था, उस दिन एक रंगे हाथों की गिरफ्तारी का साक्षी बना.
काफी समय से पटवारी के चक्कर लगा रहा था शिकायतकर्ता
एसीबी के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस सोनी ने बताया कि एक परिवादी ने पटवारी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. परिवादी ने खेत खरीदा था और म्यूटेशन के लिए काफी समय से पटवारी के चक्कर लगा रहा था. वहीं पटवारी दीपक शर्मा ने म्यूटेशन भरने के बदले रिश्वत की मांग की थी. एसीबी ने जब इस शिकायत का सत्यापन करवाया था तो वह सही निकली. इस पर मंगलवार शाम को एसीबी की टीम ने बेलवा के पटवार भवन में ट्रैप की कार्रवाई की. और पटवारी को रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया.
ये भी पढ़ें- Rajasthan: सड़कें बनीं दरिया, मंडी में बुरा हाल... राजस्थान में बारिश के बाद जलभराव बना सिरदर्द