
Rajasthan Politics: संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर पलटवार किया है. उन्होंने गहलोत पर मीडिया में सुर्खियां बटोरने के लिए नकारात्मक बयान देने का आरोप लगाया और कहा कि अच्छा होता वे सदन में आते. जनहित के मुद्दों पर चर्चा करते लेकिन वे विधानसभा में मुद्दों पर चर्चा करने की बजाय केवल मीडिया के सामने बयानबाजी कर रहे हैं. पटेल ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को कांग्रेस के ही नेताओं ने सदन में बोलने नहीं दिया, जबकि सरकार ने उन्हें पूरा मौका दिया.
कांग्रेस की गुटबाजी पर साधा निशाना
पटेल ने कांग्रेस में अंदरूनी गुटबाजी पर भी निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत ने सचिन पायलट, सीपी जोशी और परसराम मदेरणा जैसे नेताओं को मुख्यमंत्री बनने का मौका नहीं दिया. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि 2022 में मल्लिकार्जुन खड़गे के जयपुर दौरे के दौरान विधायकों से मिलने नहीं दिया गया.
पटेल ने कहा कि राजस्थान की जनता ने 1998 में कांग्रेस को मौका दिया था, लेकिन गहलोत ने कभी किसी अन्य नेता को आगे बढ़ने का अवसर नहीं दिया. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस ने विधानसभा की कार्यवाही में व्यवधान डालने का काम किया और जनता के समय का अपमान किया.
जोगाराम ने गहलोत को दी चुनौती
पटेल ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की सराहना करते हुए कहा कि "उनकी सरकार युवाओं को रोजगार देने और बजट की क्रियान्विति को लेकर प्रभावी कदम उठा रही है. उन्होंने गहलोत को चुनौती दी कि वे विधानसभा में आएं और राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा करें, न कि केवल मीडिया के सामने बयानबाजी करें." पटेल ने कांग्रेस पर आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी विधानसभा में व्यवधान डालने और जनता के मुद्दों से भटकाने की राजनीति कर रही है.
ये भी पढ़ें- राजस्थान विधानसभा में पारित हुए 'विश्वविद्यालयों की विधियां संशोधन विधेयक', कुलपति का नाम अब होगा कुलगुरु