
Khatu Shyam: सीकर में बाबा श्याम के 12 दिवसीय वार्षिक फाल्गुनी लक्खी मेले के 11वें दिन आज (10 मार्च) एकादशी पर रथ यात्रा निकाली गई. बाबा श्याम पहली बार 125 किलो चांदी के रथ पर सवार होकर नगर भ्रमण के लिए निकले. रथ करीब डेढ़ करोड़ की लागत से तैयार किया गया है. बाबा श्याम के चांदी के रथ को बीकानेर के नोखा में कारीगरों ने करीब डेढ़ महीने में तैयार किया है.
रथ को खींचने की लगी रही होड़
रथयात्रा मंदिर परिसर से शुरू हुई, जो मेला कार्यालय, अस्पताल रोड, कबूतर चौक होते हुए वापस मंदिर परिसर पहुंची. रथयात्रा के दौरान बाबा श्याम के रथ को खींचने और छूने के लिए पूरे रास्ते श्रद्धालुओं में होड़ लगी रही. इस दौरान श्याम श्रद्धालु बाबा के साथ रंग और गुलाल से होली खेलते रहे.

रथयात्रा के दौरान गुलाल से होली खेलते श्रद्धालु.
सीएम भजनलाल के पहुंचने की संभावना
रथयात्रा के दौरान हजारों की संख्या में पुलिस के जवान और स्वयंसेवक व्यवस्थाओं को बनाने में जुटे रहे. आज सीएम भजनलाल शर्मा के भी बाबा श्याम के दरबार में पहुंचने की संभावना जताई जा रही है. सीएम भजनलाल शर्मा के खाटू दौरे को लेकर खाटू श्याम जी के नजदीकी जलूंडा गांव में हेलीपैड भी तैयार किया गया है.
11 मार्च को सूरजगढ़ का चढ़ेगा निशान
कल (11 मार्च) द्वादशी पर बाबा श्याम के नीचे मंदिर में सूरजगढ़ का निशान चढ़ेगा. मंदिर के गुंबद पर सूरजगढ़ के निशान चढ़ाने के साथ ही 12 दिवसीय मेले का समापन हो जाएगा. आज (10 मार्च) को मुख्य अयोजन हो रहा है. देश के कोने-कोने से लाखों श्रद्धालु बाबा खाटू श्याम के दरबार में पहुंचे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार रविवार (9 मार्च) को 5 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा श्याम के दर्शन किए.

श्याम के भक्तों ने गुलाल से होली खेली.
बाबा को चढ़ा 56 भोग का प्रसाद
श्रीश्याम मंदिर कमेटी के कोषाध्यक्ष कालू सिंह चौहान ने मीडिया को बताया कि एकादशी पर बाबा को 56 भोग चढ़ाया गया. प्रसाद को तैयार करने के लिए दूसरे प्रदेश से कारीगर बुलाए गए थे. बाबा श्याम का विशेष श्रृंगार किया गया है. देशी और विदेशी फूलों के अलावा ड्राई फ्रूट्स चढ़ाए गए हैं.
11 रंगों के निशान बाबा को अर्पित
श्रद्धालु बाबा श्याम को केसरिया, सफेद, लाल, पीला, नीला, आसमानी, हरा और गुलाबी रंगों के निशान चढ़ाए गए हैं. भक्त भी श्याम के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं. बाबा के भक्त श्याम लिखा दुपट्टा गले और सिर पर बांधकर भजन-कीर्तन में लीन नजर आए.