Dausa Assembly Seat: दौसा विधानसभा से उपचुनाव जीत कर आये DC बैरवा ने कहा कि पूर्वी राजस्थान में किरोड़ी लाल मीणा की राजनीति ख़त्म हो गई है. आज जयपुर में विधायकी की शपथ लेने के बाद उन्होंने कहा कि दौसा की जनता ने किरोड़ी लाल मीणा को बड़ा सन्देश दिया है. हमारी इस जीत में कांग्रेस के कई नेताओं का योगदान रहा है.
सचिन पायलट के बार में उन्होंने कहा कि सचिन पायलट ने जब साथ में मुझे गाड़ी में बिठाकर जनता से की अपील उसी समय कांग्रेस की जीत तय हो गई थी. इस जीत से यह भी साबित हो गया कि सचिन पायलट और मुरारी लाल मीणा की वजह से दौसा कांग्रेस का सबसे मज़बूत गढ़ है.
वासुदेव देवनानी ने अपने चेंबर में शपथ दिलाई
राजस्थान उपचुनाव में 7 सीटों पर नवनिर्वाचित विधायक मंगलवार, 3 दिसंबर को शपथ ली. इन विधायकों को स्पीकर वासुदेव देवनानी ने अपने चेंबर में शपथ दिलाई. रेवतराम डांगा, शांता देवी मीणा, डीसी बैरवा, राजेन्द्र गुर्जर, राजेन्द्र भांबू, सुखवंत सिंह और अनिल कटारा शपथ ली.
दौसा सीट से डीसी बैरवा किरोड़ीलाल मीणा के भाई डॉ. जगमोहन मीणा को हराकर सदन पहुंचे हैं. जबकि खींवसर से आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल की पत्नी कनिका बेनीवाल को शिकस्त देने वाले रेवतराम डांगा, सलूम्बर से शांता देवी मीणा, देवली-उनियारा से राजेन्द्र गुर्जर, झुंझुनूं से राजेन्द्र भांबू और रामगढ़ से सुखवंत सिंह विधायक बने. भारत आदिवासी पार्टी के गढ़ चौरासी से इस बार अनिल कटारा ने चुनाव जीता.
उपचुनाव के बाद बदल गया विधानसभा का गणित
राजस्थान उपचुनाव के लिए 13 नबंवर को वोटिंग हुई थी. पिछले महीने 23 नबंवर को चुनाव परिणाम जारी किया गया. इन 7 विधानसभा सीट में से 5 सीटों पर सत्ताधारी दल बीजेपी ने जीत दर्ज की. जबकि विपक्षी पार्टी कांग्रेस को महज दौसा पर ही जीत हासिल हुई. भारतीय आदिवासी पार्टी भी अपने गढ़ चौरासी को बचाने में कायमाब रही है. इलेक्शन रिजल्ट के बाद अब विधानसभा का गणित भी बदल जाएगा.
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